केदारनाथ की तर्ज पर सजता है मां सुंधा का दरबार, अद्वितीय फूलों की सजावट का दिखता है नजारा

सोनाली भाटी/ जालौर: अरावली पर्वतमाला में स्थित सुंधा माता मंदिर जालौर जिले का प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए आते हैं. यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यहां की विशेष फूलों से की गई सजावट भी श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ा आकर्षण है. खासकर नवरात्रि और अन्य प्रमुख त्योहारों के दौरान मंदिर का नजारा इतना भव्य होता है कि इसे देखकर ऐसा महसूस होता है मानो भक्त स्वर्ग में आ गए हों.
असली फूलों से सजी भव्य सजावटमां सुंधा का दरबार विशेष रूप से नवरात्रि और अन्य धार्मिक अवसरों पर असली फूलों से सजाया जाता है. यह सजावट प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर की शैली से प्रेरित है, जहां असली गुलाब, बेला, गेंदा और अन्य सुगंधित फूलों का उपयोग किया जाता है. हर दिन विभिन्न फूलों के संयोजन से मंदिर को सजाया जाता है, जिससे हर दिन का दृश्य अनोखा और दिव्य प्रतीत होता है. इस सजावट से मंदिर की भव्यता और आभा श्रद्धालुओं को गहरी आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है.
फूलों की सजावट का विशेष महत्वमंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस सजावट का दायरा केवल मंदिर के अंदर तक सीमित नहीं रहता, बल्कि बाहरी परिसर को भी फूलों से सजाया जाता है. इन भव्य सजावटों के लिए फूल दूर-दूर से मंगवाए जाते हैं और कई भक्त अपनी श्रद्धा के रूप में भी माता को फूल अर्पित करते हैं. इस सजावट की लागत करीब 10 लाख रुपए होती है. नवरात्रि के दौरान इस भव्य फूलों की सजावट को देखने के लिए विशेष रूप से श्रद्धालु गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश जैसे विभिन्न राज्यों से आते हैं और मां सुंधा की भक्ति में लीन हो जाते हैं.
सुविधाएं और व्यवस्थाश्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में धर्मशाला की व्यवस्था की गई है, जहां भक्त ठहर सकते हैं. यहां एक विशाल भोजनशाला भी है, जहां केवल ₹10 में भरपेट भोजन मिलता है. इसके अलावा, यात्रियों के सामान की सुरक्षा के लिए मंदिर के तलहटी क्षेत्र में लॉकर सुविधा भी उपलब्ध है. इन सुविधाओं के साथ श्रद्धालुओं का अनुभव और भी सहज और भक्तिमय बन जाता है. सुंधा माता मंदिर की यह विशेष सजावट श्रद्धालुओं के दिलों में विशेष स्थान रखती है, और हर वर्ष इसे देखने के लिए हजारों भक्त यहां आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 11, 2024, 17:15 IST