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पढ़ाई की उम्र की चढ़ी जिम की सनक, 5 साल में ही फेल कर दिया बड़े-बड़े बॉडी बिल्डर, पर 19 साल की उम्र में…

कभी मोटापे और ओवरवेट की मार से जूझ रहे थे, फिर कुछ ही सालों में दमदार बॉडी बनाकर मैथ्यूज पावलक ने पूरी दुनिया को चौंका दिया था. ब्राजील के कैटारिना प्रांत के रहने वालेपावलक बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता के चैंपियन माने जाते थे. महज, 19 साल की उम्र में हार्ट अटैक आने से पावलक की मौत उनके घर में मौत हो गई. इस घटना से दुनियाभर के बॉडी बिल्डिंग कम्युनिटी को बड़ा सदमा लगा है. वहीं, काफी कम समय में बॉडी में बदलाव यानी कि बॉडी बिल्डिंग के लिए बिना साइड इफेक्ट जाने स्टेरॉयड जैसी दवाओं की उपयोग पर फिर से बहस शुरू हो गई है. वहीं, घटना को लेकर लोगों ने कमेंट किया है- फिटनेस के प्रति जुनून कभी-कभी गंभीर जोखिम भी ला सकता है, और युवाओं को अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए किसी भी गतिविधि को संतुलित तरीके से करना चाहिए.

पावलक की उम्र मौत के समय महज 19 साल थी. दो साल पहले पावलक ने 15 अगस्त को एक वीडियो शेयर किया था. इंस्टाग्राम पर शेयर किए वीडियो में उनके बॉडी का ट्रांजिशन दिख रहा है. इसमें वह दिखा रहे हैं कि कैसे उनकी जूनून के सामने उनके मोटापे ने घुटने टेक दिए हैं. पावलक ने लिखा कैप्शन में लिखा था, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका सपना कितना कठिन या असंभव है, अगर आप वास्तव में इसे चाहते हैं, तो आप वहां पहुंच जाएंगे. और मैंने ऐसा किया…!!’ वहीं, असामयिक मौत को लेकर लोगों ने भी कई तरह के कमेंट किए हैं.

बॉडी बिल्डिंग में स्टेरॉयड्स आमकई लोगों ने उसपर कम समय में मोटापा कम करने और बॉडी बिल्डिंग के लिए दवाओं का उपयोग किया था. लोगों का कहना है कि उसके मौत के पीछे स्टेरॉयड्स की भी रोल हो सकता है. इस प्रकार के कमेंट्स देखकर पावलक के एक फैन ने लोगों को फटकार लगाई है. उन्होंने कहा, ‘आखिर कुछ लोग उस शख्स के बारे में ऐसे कैसे बात कर सकते हैं, जो अपनी बचाव के लिए या फिर अपनी बात रखने के अब है ही नहीं…’ पावलक की मौत पर उनके पूर्व ट्रेनर लुकास शेगाटी ने भी दुःख व्यक्त किया है.

आपको बताते चलें कि स्टेरॉयड से कम समय में युवाओं में बॉडी बनाने का प्रचलन बढ़ गया है, जिसके वजह से लोगों की असमय मौत हो जाती है-

हार्ट अटैक संबंधी समस्याएं- स्टेरॉयड से हार्ट की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर, और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में असंतुलन पैदा करता है.

लीवर को नुकसान: स्टेरॉयड का लगातार उपयोग लीवर ट्यूमर और लीवर फेलियर का कारण बन सकता है. स्टेरॉयड की ओवरडोज लीवर पर अत्यधिक दबाव डालती है.

हार्मोनल असंतुलन: स्टेरॉयड शरीर के प्राकृतिक हार्मोन के उत्पादन को बाधित करता है, जिससे पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है और महिलाओं में मासिक धर्म चक्र में गड़बड़ी हो जाती है. पुरुषों में इंफर्टिलिटी, स्तन वृद्धि और महिलाओं में बालों का झड़ना और आवाज में भारीपन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है.

मानसिक स्वास्थ्य पर असर: स्टेरॉयड का उपयोग अवसाद, चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग्स, और आक्रामकता जैसे मानसिक स्वास्थ्य विकारों का कारण बन सकता है.

संक्रमण और साइड इफेक्ट्स: स्टेरॉयड इंजेक्शन के गलत तरीके से उपयोग से संक्रमण, स्किन प्रॉब्लम्स और इंजेक्शन साइट पर सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

किडनी को भी भारी नुकसान होता है.

स्टेरॉयड का उपयोग कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है, जो सीधे मौत का कारण बन सकता है.

Tags: Brazil News

FIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 14:22 IST

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