इस जंगल की आग में जलकर भस्म हुआ था ‘राक्षस कालिया’! भस्मी पहाड़ी का रंग आज भी है काला

धौलपुर. धौलपुर में भगवान श्रीकृष्ण के आगमन, मचकुंड महाराज के यज्ञ, और राक्षस कालयवन के संहार से जुड़ी कथाएं श्रद्धालुओं में लोकप्रिय हैं. लेकिन शायद कम ही लोगों को यह जानकारी है कि मौनी सिद्ध गुफा में जहां कालयवन का संहार हुआ था, वह स्थान कौन सा है. माना जाता है कि इसी पहाड़ी के पत्थरों का रंग आज भी काला है, जो मानो कालयवन के भस्म होने की घटना का प्रतीक है.
लाडली जगमोहन मंदिर के महंत कृष्ण दास बताते हैं कि जब मथुरा से भगवान श्रीकृष्ण राक्षस कालयवन से बचते हुए इस गुफा में पहुंचे, तब कालयवन ने भी उनका पीछा किया. गुफा में राजा मुचुकुंद गहरी निद्रा में थे, जिन्हें वरदान मिला था कि उनकी निद्रा भंग करने वाला उनकी दृष्टि से भस्म हो जाएगा. भगवान कृष्ण ने उन्हें अपने पीतांबर से ढक दिया, और कालयवन ने उन्हें श्रीकृष्ण समझकर जगाने के लिए लात मारी. जैसे ही राजा मुचुकुंद की नींद खुली और उन्होंने कालयवन को देखा, तो वह भस्म हो गया.
पहाड़ी का संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावाइस ऐतिहासिक पहाड़ी का संरक्षण करने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. यहां श्रद्धालु तो आते हैं, लेकिन कालयवन के भस्म होने की कहानी और मुचुकुंद जी की गुफा की पूरी जानकारी कम ही लोगों को है.
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FIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 16:26 IST
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