The department will work in the education sector with determination: D | संकल्पबद्ध होकर शिक्षा क्षेत्र में कार्य करेगा विभाग: डॉ. बीडी कल्ला

शिक्षामंत्री बीडी कल्ला ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि वर्तमान सरकार राजस्थान को समग्र इकाई मानकर शिक्षा के विकास के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है। राज्य शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढऱहा है।
जयपुर
Updated: March 07, 2022 10:16:55 pm
शिक्षा, कला और संस्कृति की अनुदान मांगें ध्वनिमत से पारित
बजट में शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
शिक्षा ही वह चिराग, जो करता है सामाजिक अंधेरे को दूर जयपुर। शिक्षामंत्री बीडी कल्ला ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि वर्तमान सरकार राजस्थान को समग्र इकाई मानकर शिक्षा के विकास के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है। राज्य शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढऱहा है। कल्ला ने विधानसभा में मांग संख्या 24 की अनुदान मांगों पर हुई बहस का जवाब दे रहे थे। चर्चा के बाद सदन ने शिक्षा, कला एवं संस्कृति की 405 अरब 84 करोड़ 73 लाख 34 हजार रुपए की अनुदान मांगें ध्वनिमत से पारित कर दी। इससे पहले कल्ला ने कहा कि शिक्षा विभाग में स्थानांतरण पॉलिसी का प्रारूप तैयार कर लिया है, जल्द ही लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह चिराग है जो सामाजिक अंधेरे को दूर करता है।
उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत होंगे माध्यमिक विद्यालय
कल्ला ने बताया कि तीन वर्षों में विभिन्न श्रेणियों के 2900 से अधिक विद्यालय खोले गए व क्रमोन्नत किए गए हैं। इस बजट में प्रदेश के सभी राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत करने की घोषणा की गईए इन्हें जल्द ही क्रियान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गतिविधि आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक शनिवार को ष्नो बैग डेष् की पहल की गई। इससे विद्यार्थियों का समग्र विकास हो रहा है। उन्होंने बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राज्य में पहली बार कम्प्यूटर अनुदेशकों के 10,453 पदों का सृजन कर भर्ती की कार्यवाही प्रगति पर है।
गुणत्तापूर्ण शिक्षा में वृद्धि
उन्होंने कहा कि समुदाय, अभिभावक, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के योगदान से कई उपलब्धियां हासिल की है। इनमें परफॉर्मेंस ग्रेड इन्डेक्स में देश में राजस्थान को वन प्लसग्रेड प्राप्त हुआ है। इंस्पायर अवॉर्ड में भी देश में प्रथम रहे। फिट इंडिया गतिविधि में भी राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान पर राजस्थान रहा। अब तक के कार्यकाल स्कूल शिक्षा विभाग में 63,120 नियुक्तियां और 24,965 पदोन्नतियां की गई। वहीं, 90 हजार भर्तियां प्रक्रियाधीन है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 358 कृषि संकाय खोले गए और 242 और खोलने जा रहे हैं। साथ ही 247 अतिरिक्त संकाय खोले गए और 302 अतिरिक्त विषय शुरू किए गए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 66 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय खोले जा रहे हैं। इनके भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। साथ ही 292 विद्यालयों का नामकरण शहीदों के नाम पर किया गया है। विगत तीन वर्षों में अब तक 80 प्राथमिक विद्यालय खोल चुके हैं।
जनसमुदाय और भामाशाहों का मिला सहयोग
कल्ला ने बताया कि जनसमुदाय एवं भामाशाहों के सहयोग भी रहाए इसी से ज्ञान संकल्प पोर्टल के माध्यम से 183 करोड़ रुपए से अधिक राशि अब तक प्राप्त हो चुकी है। वहीं,अब तक 1140 आईसीटी लैब की स्थापना कर दी है और 462 लैब की स्थापना प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में आधारभूत संरचनाओं का निर्माण एवं मौजूदा संरचनाओं की मरम्मत के लिए अब तक 2223 करोड़ रुपए का प्रावधान कर दिया है। ढांचागत विकास की हमारी प्राथमिकता को प्रदर्शित करता है।
शिक्षा विकास में बढ़ते कदम
कल्ला ने बताया कि बजट घोषणा अनुसार राज्य की सभी 3820 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत किया जाएगा। कल्ला ने बताया कि राजकीय विद्यालयों में आधारभूत संरचनाओं के लिए 3800 से अधिक कक्षा कक्षों, लेबोरेटरीज, पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष, नवीन भवन एवं वृहद मरम्मत आदि के कार्य 200 करोड़ रुपए खर्च कर करवाएं जाएंगे। वहीं, राजा रामदेव पोद्दार रेजिडेंशियल स्कूल ऑफ एक्सीलेंस पर 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कोरोना के कारण लर्निंग गेप्स की भरपाई के लिएतीन माह की अवधि के ब्रिज कोर्स चलाए जाएंगे, इनके लिए 75 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। राज्य में 5000 से अधिक की आबादी वाले गांवों में 1200 महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं।

संकल्पबद्ध होकर शिक्षा क्षेत्र में कार्य करेगा विभाग: डॉ. बीडी कल्ला
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