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260 KM की रफ्तार से आई तबाही, 600000 लोग करने लगे त्राहिमाम, 90 सालों में सबसे भयंकर तूफान, उजड़ गए कई परिवार


हाइलाइट्स

चक्रवात चिडो से मोजाम्बिक में 94 लोगों की मौत.तूफान से 622,000 से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.स्कूल और अस्पताल हुए तबाह, मची भारी तबाही.

नई दिल्ली. साइक्लोन चिडो ने मोजाम्बिक में भारी तबाही मचाई है, जिससे अब तक 94 लोगों की मौत हो चुकी है,और 768 लोग घायल हुए हैं. देश के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिस्क एंड डिजास्टर मैनेजमेंट (INGD) ने यह जानकारी दी. इस शक्तिशाली तूफान ने 622,000 से अधिक लोगों को प्रभावित किया और उत्तरी प्रांतों में भारी तबाही छोड़ी.

15 दिसंबर को मोजाम्बिक में दस्तक देने वाले साइक्लोन चिडो ने पहले 24 घंटों में 260 किमी/घंटा (160 मील/घंटा) की रफ्तार से हवाएं और 250 मिमी बारिश की. यह तूफान पहले काबो डेल्गाडो प्रांत से टकराया और फिर निआसा और नंपुला क्षेत्रों की ओर बढ़ा, जो पहले ही कई बार साइक्लोन का सामना कर चुके हैं.

शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों पर असरसाइक्लोन ने मोजाम्बिक के पहले से ही कमजोर शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों को गंभीर रूप से प्रभावित किया. चक्रवात की वजह से 109,000 से अधिक छात्र प्रभावित हुए, क्योंकि स्कूलों को भारी नुकसान हुआ. वहीं 52 स्वास्थ्य इकाइयां भी काम करने की स्थिति में नहीं रही, जिससे पहले से ही कम सेवा प्राप्त क्षेत्रों में आवश्यक मेडिकल सर्विस तक पहुंच में रुकावट पैदा हो गई है. देश की पूरी व्यवस्था चरमरा गई है और सरकार हर वो कोशिश कर रही है, जिससे लोगों के जीवन को जल्द-से-जल्द पटरी पर लाया जा सके.

साइक्लोन चिडो ने मोजाम्बिक, मलावी और जिम्बाब्वे तक पहुंचने से पहले फ्रांसीसी भारतीय महासागर क्षेत्र मयोत्ते को भी तबाह किया. मयोत्ते में 90 वर्षों में सबसे भयंकर तूफान आया था, जिसमें 35 लोगों की अपनी जान गंवानी पड़ी थी. जबकि मोजाम्बिक में यह संकट जलवायु परिवर्तन के कारण और अधिक गंभीर हो गया है.

ओलामाइड हैरिसन, जो अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के मोजाम्बिक निवासी प्रतिनिधि हैं, ने बुधवार को कहा कि देश की 2024 की आर्थिक वृद्धि को पहले के 4.3% के पूर्वानुमान से कम किया जा सकता है. इसका कारण चक्रवात और चुनाव के बाद की नागरिक अशांति है. अक्टूबर में, मोजाम्बिक की सत्तारूढ़ पार्टी फ्रीलिमो के उम्मीदवार डैनियल चापो को राष्ट्रपति चुनाव का विजेता घोषित किया गया था.

FIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 19:26 IST

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