वो डायरेक्टर, जो दो पत्नियों से बना 7 बच्चों का पिता, 55 की उम्र में 37 साल छोटी हीरोइन से की थी तीसरी शादी

Last Updated:October 15, 2025, 20:12 IST
फिल्म इंडस्ट्री में विजय आनंद, किशोर कमार, महेश भट्ट, रमेश सिप्पी, आदित्य चोपड़ा समेत कई ऐसे फिल्ममेकर और एक्टर हैं, जिन्होंने दो या दो से ज्यादा शादियां की. लेकिन हम यहां आपको इंडस्ट्री के उस फिल्ममेकर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. उन्होंने तीन शादियां की.
इस फिल्ममेकर ने 20 साल की उम्र में पहली शादी की थी. तीसरी शादी 55 की उम्र में 18 साल की हीरोइन से की. इस फिल्ममेकर ने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को नए मुकाम पर पहुंचाया. इस फिल्ममेकर ने सिर्फ फिल्मफेयर बल्कि गोल्डन ग्लोब और नेशनल अवॉर्ड समेत कई अवॉर्ड जीते थे.
साल 1950 और 60 के दशक में फिल्म इंडस्ट्री पर राज करने वाले इस फिल्ममेकर नाम वी. शांताराम है. भारतीय सिनेमा के इतिहास में वी. शांताराम का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है. वी शांताराम मराठी और हिंदी सिनेमा के एक महत्वपूर्ण फिल्म निर्माता थे, जिन्होंने नई और मॉडर्न फिल्में बनाई.
वी. शांताराम ने अलग-अलग जॉनर की फिल्में बनाई. उनकी सामाजिक मुद्दों से लेकर मसाला आधारित फिल्मों को खूब पसंद किया गाय. उन्होंने’डॉ. कोटनीस की अमर कहानी’ (1946), एक मेडिकल ड्रामा, ‘झनक झनक झनक पायल बाजे’ (1955) और ‘दो आंखें बारह हाथ’ (1957) जैसी फिल्में बनाई.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक वी. शांताराम ने अपने करियर के दौरान कई पुरस्कार जीते, जिनमें फिल्मफेयर अवार्ड, गोल्डन ग्लोब, राष्ट्रीय पुरस्कार और दो बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड शामिल हैं. उन्होंने बतौर एक्टर बहुत कम फिल्मों में काम किया. लेकिन एक डायरेक्टर के तौर पर उनके दूरदर्शी विजन की सबने सराहना की.
वी. शांताराम बीसवीं सदी के भारत के सबसे बेहतरीन फिल्म निर्माताओं में से एक हैं. वी. शांताराम बड़े ही चर्चित फिल्ममेकर रहे, लेकिन उनकी फिल्मों से ज्यादा उनकी पर्सनल लाइफ चर्चा में रही. शांताराम का जन्म 1901 में कोल्हापुर में हुआ था. 20 साल की उम्र में उन्होंने विमलाबाई से अरेंज मैरिज की, जिनसे उनके चार बच्चे हुए.
जब शांताराम उम्र के 30वें पड़ाव में थे, तब उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में काम करना शुरू किया. शादीशुदा होते हुए भी साल 1941 में उन्होंने एक्ट्रेस जयश्री से शादी की. जयश्री से उनके तीन और बच्चे हुए. उनकी बेटी एक्ट्रेस राजश्री बनी. जिन्होंने ‘झनक झनक झनक पायल बाजे’ में एक्टिंग की.
साल 1956 में वी. शांताराम ने तीसरी शादी की. यह शादी उस समय की, जब भारत में बहुविवाह करने को अपराध घोषित करना था. शांताराम उस समय 55 साल के थे, तब उन्होंने 18 साल की एक्ट्रेस संध्या से शादी की. संध्या ने ‘झनक झनक पायल बाजे’ में लीड रोल निभाया.
बहूविवाह पर कानून बनने से पहले शांताराम की तीसरी शादी वैध थी. लेकिन लोगों ने इसकी आलोचना की. फिर भी शांताराम ने अपनी फैमिली को खुशी-खुशी चलाया. संध्या और विमलाबाई दोनों एक ही छत के नीचे रहते थे. शांताराम का 1990 में 88 साल की उम्र में निधन हो गया.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।First Published :
October 15, 2025, 20:12 IST
homeentertainment
ये डायरेक्टर दो पत्नियों से बना 7 बच्चों का पिता, 55 की उम्र में की तीसरी शादी