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Bullet Train: बुलेट ट्रेन की सवारी का सपना अधूरा, शुरू नहीं हुआ यह जरूरी काम, सामने आया अब तक का सबसे बड़ा अपडेट – bullet train project between mumbai ahmedabad this essential work yet to begin big setback latest news

Last Updated:March 03, 2025, 23:56 IST

Bullet Train News: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलान की तैयारी जोरशोर से चल रही है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने प्रोजेक्‍ट साइट का दौरा कर खुद अभी तक की प्रगति का अपडेट लिया है. बुलेट ट्रेन की सवारी का सपना अधूरा, शुरू नहीं हुआ यह जरूरी काम, बड़ा अपडेट

मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी जोरों से चल रही है. )फाइल फोटो/PTI)

नई दिल्‍ली. मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं. इसकी गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव खुद प्रोजेक्‍ट साइट पर जाकर कामकाज की प्रगति का जायजा लिया है. मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्‍पीड रेल प्रोजेक्‍ट की कुल लंबाई 508 किलोमीटर है. अभी तक की जानकारी के मुताबिक, इनमें से 386 किलोमीटर तक पिअर फाउंडेशन का काम पूरा हो चुका है. वहीं, 272 किलोमीटर की लंबाई तक वाइडक्‍ट का काम भी पूरा हो चुका है. नेशनल हाई-स्‍पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) बुलेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट को लेकर अभी तक का सबसे बड़ा अपडेट दिया है. NHSRCL ने बताया कि अभी तक ट्रैक बिछाने का काम शुरू नहीं हो सका है. इस वजह से बुलेट ट्रेन की सवारी करने का सपना संजोए देशवासियों का इंतजार लंबा हो रहा है.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार (1 मार्च 2025) को बुलेट ट्रेन की प्रगति की समीक्षा करने के लिए अहमदाबाद का दौरा किया और निर्माण कार्य की गति पर संतोष व्यक्त किया. NHSRCL के अनुसार, 386 किलोमीटर पियर फाउंडेशन का काम पूरा होने के अलावा 372 किलोमीटर पियर का काम तैयार हो गया है. रेल मंत्री ने बताया कि 305 किलोमीटर पर गर्डर कास्टिंग भी हो चुकी है. पियर फाउंडेशन पहला चरण है, जिसके तहत जमीन के नीचे एक बड़े व्यास वाले बेलनाकार स्तंभ के लिए आधार खोदा जाता है और जब इस पिलर को कंक्रीट और लोहे का उपयोग करके जमीन के ऊपर खड़ा किया जाता है तो इसे पियर वर्क कहा जाता है. सिविल इंजीनियरिंग के काम में जुटे विशेषज्ञों ने इसके बारे में जानकारी दी.

कब शुरू होगा ट्रैक बिछाने का कामएक्‍सपर्ट के अनुसार, दो खंभों को जोड़ने के लिए उनके ऊपर रखी गई कंक्रीट के स्‍ट्रक्‍चर को गर्डर कास्टिंग कहा जाता है. जब ऐसे स्‍ट्रक्‍चरकी एक सीरीज तैयार हो जाती है, तो इसे वायडक्ट कहा जाता है. NHSRCL ने बताया कि 305 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग पूरी हो चुकी है और ट्रैक बेड (जिसपर ट्रैक बिछाया जाएगा) गुजरात में 112 किलोमीटर तक बिछाया जा चुका है. NHSRCL की ओर से एक प्रेस बयान में कहा गया है कि गुजरात में ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन का काम शुरू हो गया है. अधिकारियों ने कहा कि हालांकि ट्रैक बिछाने का काम अभी शुरू नहीं हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि ट्रैक बिछाने का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा, क्योंकि अब अन्य सभी संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर काम तैयार हैं.

अभी तक कितना काम हुआबता दें कि मुंबई-अहमदाबार बुलेट ट्रेन प्रोजक्‍ट की कुल लंबाई 508 किलोमीटर है, जिसमें से 352 किलोमीटर गुजरात और दादर एवं नगर हवेली में तथा शेष 156 किलोमीटर महाराष्ट्र में है. जानकारी के अनुसार, जिन 12 स्टेशनों की योजना बनाई गई है, वे हैं ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती. गुजरात के आठ में से 6 स्टेशनों पर स्‍ट्रक्‍चर का काम पूरा हो चुका है और महाराष्ट्र में तीन एलिवेटेड स्टेशनों पर काम शुरू हो गया है. अब तक 12वें स्टेशन (यानी मुंबई) में इसका बेस स्लैब डाला जा रहा है. NHSRCL के अनुसार, 508 किलोमीटर के मार्ग पर 13 नदी पुल हैं और उन सभी को तैयार कर लिया गया है.


Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

March 03, 2025, 23:56 IST

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