The Exam Was Given As A Dummy In Alwar, Caught In Jaipur – अलवर में डमी बनकर दी परीक्षा, जयपुर में हत्थे चढ़ा

डमी को परिवार की जानकारी दी, गांव—सरपंच के नाम में उलझे

जयपुर।
पटवारी परीक्षा में श्याम नगर थाना इलाके में डमी केंडिडेट को पकड़ा है। पकड़ा गया आरोपित इससे पहले शनिवार को अलवर के एक परीक्षा केंद्र पर डमी के तौर पर परीक्षा देकर आया था। गिरफ्तार बिहार निवासी निवासी नितेश कुमार केंद्रीय विद्या मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल में विनोद कुमार की जगह परीक्षा देने आया था। जिसकी सूचना पर उसके साथी पंकज कुमार को भी गिरफ्तार किया गया। जांच में आया कि अभ्यर्थियों को डमी बनाकर भेजने के पहले उनको ओरिजनल अभ्यर्थी के बारे में पूरी जानकारीे दे रहे हैं लेकिन पुलिस ने संशय होने पर अभ्यर्थी से जब गांव, सरपंच के बारे में पूछा तो डमी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
पुलिस उपायुक्त हरेंद्र महावर ने बताया कि दौसा पुलिस सहित अन्य स्थानों से जयपुर में डमी उम्मीदवारों के परीक्षा देने आने की सूचना मिली थी। जिस पर क्षेत्र के सभी परीक्षा केंद्रों पर विशेष निगरानी रखते हुए अभ्यर्थियों की गहनता से जांच की गई। इसमें केंद्रीय विद्या मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूूल में प्रवेश पत्र, आधार कार्ड पर लगी फोटो और हस्ताक्षर में भिन्नता के आधार पर बिहार निवासी डमी केंडिडेट नितेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। नितेश ने एक दिन अलवर के एक सेंटर पर किसी दूसरी अभ्यर्थी की जगह पर परीक्षा दी थी। गिरोह का सरगना बीरूसिंह है जो बिहार से पढ़े लिखे लड़कों को किराए पर परीक्षा देने के लिए लाता था। आवेदन के समय ही डमी केंडिडेट बनाने की तैयारियां की जाती थी। उसकी डिटेल्स पहले ही डमी को दी जाती थी और फोटो सहित सभी अन्य औपचारिकता पूरी कर लते थे।
गांव सरपंच के नाम में फंसे
प्रतापनगर थानाधिकारी बलवीर सिंह ने बताया कि सेंट जोसफ स्कूल प्रताप नगर में डमी व्यक्ति को रामजस के स्थान पर पटना निवासी लक्की को डमी के रुप में पकड़ा।
सतर्कता दल के प्रभारी डॉ विजय प्रकाश गौतम एवं सदस्य अश्विनी मीणा ने बताया कि डमी ने मूल अभ्यर्थी के परिवार के सदस्यों का नाम बता दिया लेकिन उसके बात करने के तरीके से बिहार का लगा। इस पर जब उससे गांव, सरपंच, आस—पास के गांवों के के बारे में पूछा तो यहां वह अटक गया। इस पर जब सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सच्चाई उगल दी।