Rajasthan

स्कूल में दब गई मासूमों की किलकारियां, मलबे में बच्चों को ढूंढ रहे थे परिजन

Last Updated:July 25, 2025, 13:00 IST

Jhalawar School Collapse Update : झालावाड़ के मनोहरथाना इलाके में हुए स्कूल हादसे से पूरा राजस्थान कांप उठा है. हादसे में 7 बच्चों की मौत से पीललोद गांव में उनके परिजनों की चीत्कारे उठ रही हैं. जानें कैसे थे मौ…और पढ़ेंझालावाड़ हादसा : स्कूल में दब गई मासूमों की किलकारियां, भयावह था मंजरपीपलोदी गांव से बच्चों के परिजनों की उठी रही चीत्कारें लोगों का कलेजा चीर रही है.

हाइलाइट्स

झालावाड़ हादसे में 7 बच्चों की मौतपीपलोद गांव में कोहराम, परिजन मलबे में बच्चों को ढूंढ रहेपीएम मोदी ने हादसे पर दुख जतायाजयपुर. राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना इलाके के पीपलोदी गांव में हुए स्कूल हादसे से पूरा राजस्थान कांप उठा है. इस हादसे में जर्जर सरकारी सिस्टम के कारण सात बच्चों की मौत हो गई और एक करीब एक दर्जन की हालत नाजुक बनी हुई है. हादसे के बाद पीपलोद गांव में कोहराम मचा हुआ है. हादसे पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया है. हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए बच्चों का झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. सरकारी स्कूल का भवन ढहने के बाद वहां का भयावह मंजर दिखाई दे रहा है.

स्कूल की छत ढहते ही वहां बच्चों में चीख पुकार मच गई. सूचना पर मौके पर पहुंचे ग्रामीण और परिजन भयावह हालात देखकर बदहवाश हो गए. वे पत्थरों के नीचे दबे अपने बच्चों को तलाशने में जुट गए. बच्चों की चीख पुकार ग्रामीणों का कलेजा चीर दे रही थी. हालांकि हादसे के बाद जब तक रेस्क्यू टीम पहुंची तब तक चार बच्चे दम तोड़ चुके थे. ग्रामीणों के समझ में नहीं आ रहा था कि वे कैसे बच्चों को मलबे से बाहर निकाले. सुबह-सुबह हुई इस घटना के बाद दिन चढ़ने के साथ-साथ मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. चार बच्चों की मौत से शुरू हुआ मौतों का आंकड़ा दोपहर 12 बजते-बजते यह संख्या 7 तक जा पहुंची.

Jhalawar School Collapse Live : झालावाड़ में बढ़ता जा रहा है बच्चों की मौत का आंकड़ा, अब तक 7 की मौत, PM मोदी और CM ने जताया दुख

ग्रामीणों के चेहरे गुस्से तमतमा रहे हैंयह स्कूल काफी पुराना बताया जा रहा है. स्कूल की जर्जर हालत के बारे में कोई फाइल चली थी या नहीं इसकी अब इसकी पड़ताल की जा रही है. पीपलोद गांव में पुलिस प्रशासन और नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. सरकारी जर्जर सिस्टम के कारण अपने नौनिहालों को खो चुके परिजन विलाप कर रहे हैं. सिस्टम की खामी के कारण एक गांव के सात बच्चों की मौत से ग्रामीणों के चेहरे गुस्से तमतमा रहे हैं. परिजन रोते बिलखते हुए घंटों तक रेस्क्यू टीम के साथ मलबे में अपने बच्चों को खोजते रहे.

बीजेपी-कांग्रेस एक दूसरे को दोष देने में जुटे हैंफिलहाल गांव में चीत्कारें उठ रही है. हादसे में मारे गए बच्चों के परिजनों को संभालना ग्रामीणों के लिए मुश्किल हो रहा है. इस बीच इस मसले पर सत्तारुढ़ बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला बदस्तूर जारी है. सभी एक दूसरे को दोष देने में लगे हैं. लेकिन स्कूल की सुध किसी ने नहीं ली. पूरा पीपलोदी गांव आंसुओं में भीगा हुआ है. अब शिक्षा मंत्री मदन दिलावर भी अपना भरतपुर दौर बीच में छोड़कर पीपलोदी गांव पहुंच रहे हैं.

Sandeep Rathore

संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से से जुड़े हैं.

संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से से जुड़े हैं.

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झालावाड़ हादसा : स्कूल में दब गई मासूमों की किलकारियां, भयावह था मंजर

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