Rajasthan
बच्चे के लिए कोचिंग देखने गए पिता ने खुद बना लिया RAS का जुनून….

RAS Success Story: सोमदत्त स्वामी, जो पहले अपने बच्चों के लिए RAS कोचिंग देखने गए थे, ने खुद में RAS का जुनून जगाया और तीसरे प्रयास में 68वीं रैंक हासिल की. चिकित्सा विभाग में कार्यरत सोमदत्त की यह कहानी कड़ी मेहनत, जुनून और दृढ़ निश्चय की प्रेरणा देती है, जिसमें उन्होंने नौकरी और परिवार की जिम्मेदारी के साथ रोज़ाना 10 घंटे पढ़ाई की.