Rajasthan

B.Tech डिग्रीधारी युवक ने किया गजब खेला, ‘सपनों का सौदागर’ बनकर 300 जवान लड़कियों को अपने जाल में फंसाया

Last Updated:October 10, 2025, 17:05 IST

Kota Latest News : कोटा के बीटेक डिग्रीधारी युवक ने फिल्मों और टीवी सीरियल्स में काम दिलाने का झांसा देकर 300 से अधिक लड़कियों को अपने झांसे में ले लिया. इस शातिर ठग ने इन लड़कियों से करीब दस लाख से अधिक की ठगी कर डाली.

ख़बरें फटाफट

B.Tech डिग्रीधारी युवक ने किया गजब खेला, सपने बेचकर 300 लड़कियों को फंसायाकोटा पुलिस की गिरफ्त में आया सपनों का सौदागर दीपक मीणा.

कोटा. मायानगरी मुंबई में फिल्मों और टीवी सीरियल्स में हीरोइन बनाने का झांसा देकर एक शातिर ठग ने 300 से अधिक लड़कियों को निशाना बना डाला. बीटेक की पढ़ाई कर चुके कोटा के  ग्रामीण के रहने वाले युवक दीपक मीणा ने शातिराना अंदाज में 300 से अधिक लड़कियों के साथ करीब 10 लाख रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया है. इसके साथ ही उसका सहयोग करने वाले युवक को भी पकड़ा गया है. उनसे हो रही पूछताछ में चौंकाने वाले कई खुलासे हो रहे हैं.

पुलिस के मुताबिक बीटेक डिग्रीधारी आरोपी दीपक मीणा कोटा ग्रामीण के झाडगांव का निवासी है. फिलहाल वह कोटा शहर के आरकेपुरम इलाके में रहता है. आरोपी के कब्जे से पुलिस ने दो मोबाइल सहित कई लड़कियों की चैट और साइबर ठगी के लेनदेन का रिकॉर्ड भी बरामद किया है. आरोपी अब तक 10 लाख रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है. वह फर्जी कास्टिंग कंपनी बनाकर लड़कियों को फिल्मों और सीरियल्स में काम दिलवाने तथा मॉडलिंग का झांसा देता है. उनको बड़े-बड़े सपने दिखाता था.

बीटेक की पढ़ाई करने के बाद मुंबई चला गयापुलिस ने इस मामले में उसके सहयोगी भोला को भी गिरफ्तार किया है. आरोपी भोला ने अपने रिश्तेदारों के नाम से शहर के बोरखेड़ा इलाकों से मोबाइल सिम जारी करवाई और ठग दीपक मीणा को  उपलब्ध करवाई थी. इस मामले में 21 सितंबर को परिवादी ई-मित्र संचालक समीर ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. शातिर ठग दीपक मीणा सरकारी टीचर का बेटा है. वह बीटेक की पढ़ाई करने के बाद मुंबई चला गया. वहां मॉडलिंग और टीवी की दुनिया में असिस्टेंट कास्टिंग डायरेक्टर के रूप में काम करने लगा.

कम उम्र की लड़कियां मौके की तलाश में रहती हैंकरीब  4 साल तक आरोपी ने मुंबई में काम किया. इस दौरान उसे यह पता चल गया कि मॉडलिंग, टीवी और फिल्मों में काम करने के लिए कम उम्र की लड़कियां मौके की तलाश में रहती हैं. वे आसानी से झांसे में आ जाती हैं. दीपक मुंबई में रहने के दौरान नशे का आदी हो गया. वह अपनी गर्लफ्रेंड पर जमकर रुपये खर्च करने लगा. रुपये की तंगी होने पर आरोपी ने नई लड़कियों को ठगने का प्लान बनाया. उसने इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया फर्जी कास्टिंग कंपनी के अकाउंट बनाए.

लड़कियों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर रुपये की डिमांड करता थाआरोपी ने अपने प्लान पर काम करते हुए मुंबई सहित देश के कोने  कोने से 300 से अधिक लड़कियों को अपने झांसे में ले लिया. इस मामले में पुलिस ने कुछ लड़कियों  के बयान दर्ज किए हैं. लेकिन ज्यादातर लड़कियां इस मामले में शिकायत तक दर्ज नहीं करवा पा रही है. आरोपी ने इंस्टाग्राम पर कई अकाउंट बना रखे थे. वह लड़कियों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर रुपये की डिमांड करता था. रुपये आ जाने के बाद उनका कॉल उठाना बंद कर देता था.

रुपये हाथ में आने के बाद आरोपी सिम ही बदल लेता थाइतना ही नहीं रुपये हाथ में आने के बाद आरोपी सिम ही बदल लेता था. इस साल में आरोपी ने चार मोबाइल सिम बदल डाली. आरोपी के बैंक खाते और दस्तावेज में तीन दर्जन लड़कियों के ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड मिले हैं. पुलिस अब अन्य पीड़ित लड़कियों से संपर्क करने में जुटी हुई है. फिलहाल कोटा की साइबर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. शातिर ठग के कारनामे देखकर पुलिस भी हैरान है.

Sandeep Rathore

संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर…और पढ़ें

संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर… और पढ़ें

Location :

Kota,Kota,Rajasthan

First Published :

October 10, 2025, 17:04 IST

homerajasthan

B.Tech डिग्रीधारी युवक ने किया गजब खेला, सपने बेचकर 300 लड़कियों को फंसाया

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj