स्टंपिंग का सबसे बड़ा उस्ताद, 36 साल पहले बनाया ऐसा रिकॉर्ड जो धोनी-पंत भी नहीं तोड़ सके, चीफ सेलेक्टर भी रहा
नई दिल्ली. क्रिकेट मैच में एक-दो स्टंपिंग तो हम सबने देखे हैं. किसी भी मुकाबले के लिए यह आम बात है. लेकिन क्या आपने ऐसा मैच देखा है जिसमें किसी विकेटकीपर ने विरोधी टीम की आधी पारी स्टंपिंग से ही निपटा दी हो. यह कारनामा किसी और देश नहीं, बल्कि भारत के विकेटकीपर ने ही किया था. साल था 1988. विवियन रिचर्ड्स की टीम वेस्टइंडीज भारत दौरे पर थी और 3 मैच के बाद 1-0 की बढ़त बनाए हुए थी. सीरीज का चौथा और आखिरी टेस्ट मैच चेन्नई में खेला गया, जिसे कई कारणों से यादगार माना जाता है. इनमें एक कारण किरण मोरे की रिकॉर्डतोड़ स्टंपिंग भी थी.
11 से 15 जनवरी के बीच खेले गए चेन्नई टेस्ट मैच में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 382 रन बनाए. रवि शास्त्री की कप्तानी में खेल रही टीम इंडिया के लिए कपिल देव ने सबसे अधिक 109 रन बनाए. भारत के 382 रन के जवाब में वेस्टइंडीज की पहली पारी 184 रन पर सिमटी. इसके बाद भारत ने अपनी दूसरी पारी 7 विकेट पर 217 रन बनाकर घोषित की. इस तरह वेस्टइंडीज को 416 रन का लक्ष्य मिला. उन दिनों बेहद ताकतवर मानी जाने वाली वेस्टइंडीज की टीम ने दूसरी पारी में बुरी तरह समर्पण कर दिया और सिर्फ 160 रन बनाकर ऑलआउट हो गई.
हिरवानी के डेब्यू मैच में मोरे का खास रिकॉर्डइस भारत-वेस्टइंडीज टेस्ट को सबसे अधिक नरेंद्र हिरवानी के डेब्यू मैच के तौर पर याद किया जाता है. लेग स्पिनर हिरवानी ने इस मैच की दोनों ही पारियों में 8-8 विकेट यानी कुल 18 विकेट झटके थे और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे. हिरवानी के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के चलते किरण मोरे की उपलब्धि छिप गई थी.
बहुत कम लोग जानते हैं कि किरण मोरे ने वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में पांच बैटर्स को स्टंप आउट किया था. उन्होंने चार स्टंपिंग हिरवानी की गेंद पर की और एक डब्ल्यूवी रमन की गेंद पर. यह क्रिकेट इतिहास में पहला मौका था जब किस टीम के 5 बैटर स्टंप आउट हुए थे. कहते हैं ना भूतो और ना भविष्यति. अब भविष्य का तो नहीं पता लेकिन यह सच है कि आज तक कोई भी विकेटकीपर, किरण मोरे की उपलब्धि की बराबरी भी नहीं कर सका है, आगे निकलना तो दूर की बात है.
एक पारी में 2 स्टंपिंग ही कर पाए धोनी-पंतभारत को किरण मोरे के बाद कई बेहतरीन विकेटकीपर मिले. इनमें कप्तान एमएस धोनी से लेकर ऋषभ पंत और नयन मोंगिया से लेकर सबा करीम तक दिग्गज शामिल हैं. लेकिन एक पारी में 5 स्टंपिंग और एक मैच में 6 स्टंपिंग का किरण मोरे का रिकॉर्ड आज भी सीना ताने खड़ा है. एमएस धोनी और ऋषभ पंत एक पारी में 2 से ज्यादा स्टंपिंग नहीं कर सके हैं. पीके सेन का नंबर किरण मोरे के बाद दूसरा है, जिन्होंने 1952 में एक पारी में 4 स्टंपिग किए थे.
143 मैच में किए 220 शिकारकिरण मोरे ने भारत के लिए 49 टेस्ट और 94 वनडे मैच खेले. उन्होंने 64 टेस्ट पारियों में 1285 रन और 65 वनडे पारियों में 563 रन बनाए. टेस्ट मैचों में उनके नाम 110 कैच और 20 स्टंपिंग दर्ज हैं. उन्होंने वनडे में 63 कैच लपके और 27 स्टंपिंग किए. किरण मोरे ने संन्यास के कुछ साल बाद भारतीय टीम के चीफ सेलेक्टर भी बने. साल 2007 में उन्होंने बागी लीग आईसीएल ज्वाइन की. लेकिन जल्दी ही वे आईसीएल छोड़ बीसीसीआई में लौट आए.
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FIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 06:17 IST