पिता ने प्यार से बोले सिर्फ 4 शब्द, बेटे ने उसी पर बनाई ऐसी फिल्म, निकली ब्लॉकबस्टर, दर्शक हुए निहाल – sooraj barjatya made hum saath saath hain after listening 4 words from father lovingly starring salman khan sonali bendre film turn blockbuster

Last Updated:November 13, 2025, 16:55 IST
Bollywood Blockbuster Movie : ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म की सफलता का जश्न अभी दिल से उतरा भी नहीं था कि पिता ने बेटे के सामने सिर्फ चार शब्दों का जिक्र किया. बेटे ने उन शब्दों को दिल में उतार लिया. मां सरस्वती का स्मरण करते हुए सब्जेक्ट सोचा और एक ऐसी फिल्म बनाई जिसने हिंदी सिनेमा को एक नया आयाम दिया. फिल्म का म्यूजिक ब्लॉकबस्टर रहा था. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. ये फिल्म कौनसी थी, आइये जानते हैं दिलचस्प किस्सा… 
बॉलीवुड में एक परिवार ऐसा है जिसकी फिल्मों में भव्यता के साथ-साथ संस्कार, पारिवारिक मूल्यों को भी प्रदर्शित करता है. हम बात कर रहे हैं डायरेक्टर-प्रोड्यूसर सूरज बड़जात्या की. सूरज बड़जात्या ने ‘मैंने प्यार किया’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. 1994 में उनकी फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. इस फिल्म ने उस जमाने में 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी. ‘हम आपके हैं कौन’ के बाद उनके पिता राजकुमार बड़जात्या ने प्यार से सिर्फ चार शब्द बोले थे. और इन चार शब्दों के ऊपर फिल्म बनाने को कहा था. सूरज बड़जात्या ने अपने पिता की आज्ञा को सिर माथे पर लिया और एक ऐसी फिल्म बनाई जो ब्लॉकबस्टर निकली. यह फिल्म थी : हम साथ-साथ हैं.

5 नवंबर 1999 को राजश्री प्रोडक्शन की एक फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ सिनेमाघरों में आई थी.फिल्म के डायरेक्टर सूरज बड़जात्या थे. प्रोड्यूसर अजित कुमार बड़जात्या, कमल कुमार बड़जात्या और राजकुमार बड़जात्या थे. यह फिल्म इस ब्रांड के अनुरूप ही थी. दरअसल राजश्री प्रोडक्शन हाउस की नींव 15 अगस्त 1947 को सूरज बड़जात्या के दादा ताराचंद बड़जात्या ने रखी थी. ‘हम साथ-साथ हैं एक फैमिली ड्रामा फिल्म थी जिसमें बहुत बड़ी स्टार कास्ट नजर आई थी. फिल्म में मोहनीश बहल, तब्बू, सलमान खान, सोनाली बेंद्रे, सैफ अली खान, करिश्मा कपूर, नीलम कोठारी, महेश ठाकुर, आलोक नाथ, रीमा लागू, शक्ति कपूर जैसे सितारे नजर आए थे.

इस ब्लॉकबस्टर फिल्म के निर्माण की कहानी बेहद दिलचस्प है. सूरज बड़जात्या ने अपने एक इंटरव्यू में इसका खुलासा किया था. उनके पिता ने सिर्फ चार शब्द बोले थे और फिल्म बनाने को कहा था. शुरुआत में सूरज बड़जात्या ने असमर्थता जताई. फिर फिल्म का सब्जेक्ट अपने पिता की मंशा के अनुरूप चुना. फिल्म ने रिलीज होते ही दर्शकों का दिल जीत लिया. मोहनीश बहल को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था.

बकौल सूरज बड़जात्या, ‘हम आपके हैं कौन बहुत बड़ी हिट हुई थी. अब ये प्रश्न उठा कि अब नेक्स्ट क्या बनाया जाए. मेरे पिता का हमेशा से एक सपना था कि रामायण पर कुछ बनाया जाए. मैंने पिताजी से कहा कि ‘रामायण के लिए तो रामानंद सागर जैसी तपस्या चाहिए, मैं बहुत छोटा हूं. उन्होंने मॉडर्न रामायण बनाने की सलाह दी. मोहनीश बहल को सौतेला भाई बनाया. फिर रीमा लागू पर कैसे कलयुग का प्रभाव आता है, यह फिल्म में दिखाया. हमने फिल्म के जरिये यह संदेश दिया कि अगर आपने अच्छे संस्कार दिए हैं बच्चों को तो परिवार बिखरेगा नहीं.’

संस्कारी-पारिवारिक मूल्य की फिल्में बनाने की वजह का खुलासा करते हुए सूरज बड़जात्या ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मेरे दादा जी तो मारवाड़ी व्यवसायी थी. एक बार हमारे घर पर एक राइटर आया. उसने एक से बढ़कर एक कहानियां सुनाईं. मेरे दादी जी हर बार कहते थे कि ये कहानी सुपरहिट है लेकिन हमारे लिए नहीं है. मैंने इसकी वजह पूछी तो वो मुझे एक कोने में ले गए और बोले कि जहां पर सरस्वती का वास होगा, हम वही फिल्म बनाएंगे. आज भी हम उन्हीं संस्कारों को अपनाए हुए हैं. हम उस रास्ते से डिगे नहीं हैं.’

‘हम साथ-साथ हैं’ फिल्म के लिए शाहरुख खान से भी सूरज बड़जात्या ने संपर्क किया था. उन्हें स्टोरी भी सुनाई थी मगर शाहरुख ने फिल्म ठुकरा दी थी. उस समय उनकी रुचि एक्शन फिल्मों में थी. उन्होंने दो-तीन घंटे स्क्रिप्ट सुनी थी. ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ उसी समय रिलीज हुई थी, इसलिए वो यह फिल्म नहीं करना चाहते थे.’

सूरज बड़जात्या ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘जितने भी फिल्में मैंने की हैं, प्रेम रतन धन पायो तक, सभी फिल्मों की स्क्रिप्ट अपने पिता को दिखाता था. मैं उनका 4 बजे से 7 बजे के बीच रोज तीन घंटे का समय लेता था. वो स्क्रिप्ट देखकर बताते थे कि ये सीन ऊपर रहेगा, ये नीचे. उसी समय सलाह देते थे. मैंने प्यार किया के बाद ‘हम आपके हैं कौन’ का ड्राफ्ट तैयार करने में तीन साल का समय लगा था.’

‘हम साथ-साथ हैं’ में माधुरी दीक्षित को ना लिए जाने की वजह का भी खुलासा सूरज बड़जात्या ने अपने एक इंटरव्यू में किया था. उन्होंने रेडियो नशा को दिए अपने इंटरव्यू में कहा था, ‘माधुरी दीक्षित का फोन मेरे पास आया था. उन्होंने कहा था कि वो फिल्म करेंगी. मैंने उनसे कहा था कि ये फिल्म मोहनीश बहल पर केंद्रित है. अगर मैं आपको मोहनीश बहल के साथ लूंगा तो आप सलमान खान की भाभी हो जाएंगी. फिर भी उन्होंने मुझसे कहा कि वो फिल्म करना चाहेंगी लेकिन मैंने उनसे कहा कि आपको तो फर्क नहीं पड़ता लेकिन मैं सहज नहीं रह पाऊंगा.’

‘हम साथ-साथ हैं’ का म्यूजिक राम-लक्ष्मण ने दिया था. म्यूजिक सुपरहिट रहा था. फिल्म में 44:16 मिनट की लेंग्थ के 7 गाने रखे गए थे. पॉप्युलर गानों में ‘मैया यशोदा, ये तेरो कन्हैया, म्हारे हिवड़ा में नाचे मोर, तक थइया थइया, छोटे-छोटे भाइयों के बड़े भैया, ये तो सच है कि भगवान है’ शामिल हैं. ये गाने आज भी हमें पार्टी-शादी-फंक्शन में सुनने को मिल जाते हैं. 10 करोड़ के बजट में बनी ‘हम साथ-साथ हैं’ ने 18 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. यह एक ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी.

एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘हम साथ-साथ हैं’ के सेट पर उनका सलमान खान से झगड़ा होता रहता था. शुरुआत में वो सलमान खान के नेचर को समझ नहीं पाई थीं. सलमान खान शॉट देते समय कैमरे के पीछे से उन्हें चिढ़ाया करते थे. बकौल सोनाली बेंद्रे, ‘सलमान खाने के जीवन के दो पहलू हैं. या तो आप उनसे नफरत करेंगे या फिर उनसे प्यार करेंगे. ‘हम साथ-साथ हैं’ के दौरान मैं उनसे ज्यादा घुली-मिली नहीं थी. क्लोज-अप देते समय वो अजीब-अजीब तरह की शक्ल कैमरे के पीछे से बनाया करते थे. मैं परेशान हो गई थी. मैंने कहा था कि यह किस तरह का व्यवहार है? काम करने के दौरान मुझे समय आ गया कि उनका दिल बच्चों के जैसा है.’
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November 13, 2025, 16:55 IST
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पिता ने प्यार से बोले सिर्फ 4 शब्द, बेटे ने बनाई ऐसी फिल्म, निकली ब्लॉकबस्टर



