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राजस्थान के महाराजा जिन्होंने किया दर्जनों शेर-बाघों का शिकार, कहलाए विकास पुरुष!

बीकानेर. पुराने जमाने में शिकार रईसों का शौक हुआ करता था. ये राजा महाराजा-जमींदार परिवारों के मर्दों के शौर्य पराक्रम के साथ स्टेटस सिंबल हुआ करता था शिकार. राजा महाराजाओं ने न जाने कितने वन्य जीव कत्ल कर दिए. पर्यावरण और जीव जंतुओं के प्रति आयी जागरुकता के बाद इस पर रोक लग पायी. ऐसे ही थे बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह जिन्होंने दर्जनों जंगली जानवरों का शिकार किया. उनकी फोटो अब यहां के राजकीय संग्रहालय में मौजूद हैं.

बीकानेर राजघराने में एक ऐसे महाराजा थे गंगा सिंह जिन्हें बीकानेर का विकास पुरुष भी कहा जाता है. लेकिन उन्होंने कई बड़े बड़े जंगली जानवरों का शिकार किया. शिकार के फोटो आज भी बीकानेर के राजकीय गंगा संग्रहालय में मौजूद हैं. महाराजा गंगा सिंह ने बड़े-बड़े बाघ, शेर और जंगली भैंसों, जंगली गेंडे का शिकार किया. महाराजा गंगा सिंह के साहस और शौर्य को देखने देशी और विदेशी सैलानी आते हैं.

दर्जनों जानवरों का शिकारराजकीय गंगा संग्रहालय की अधिकारी सुमन ने बताया महाराजा गंगा सिंह शिकार के बड़े शौकीन थे. अलग अलग जगह जाकर उन्होंने जानवरों का शिकार किया. बाघ और शेर का शिकार काफी प्रसिद्ध रहा. गंगा सिंह ने जंगली शेर, बाघ, पैंथर, जंगली भैंस, बतखों, जंगली गेंडे का भी शिकार किया. इन सबकी फोटो आज भी गंगा संग्रालय में मौजूद है. वो देश के कई अलग अलग राज्य में जाकर शिकार करते थे.

कौन थे महाराजा गंगा सिंहसुमन बताती हैं गंगा सिंह बीकानेर रियासत के शासक महाराजा थे. उन्होंने वर्ष 1888 से 1943 तक शासन किया. सिंह एक आधुनिक सुधारवादी दूरदर्शी के रूप में जाने जाते हैं. महाराजा गंगा सिंह का जन्म 3 अक्टूबर, 1880 को महाराजालाल सिंह के सबसे छोटे और तीसरे पुत्र के रूप में हुआ था. महाराजा शिरोमणि श्री डूंगर सिंह बहादुर उनके बड़े भाई थे. वर्ष 1887 में अपने भाई की मृत्यु के बाद, गंगा सिंह ने 16 दिसंबर 1888 को उनका स्थान लिया. उन्होंने शुरू में निजी तौर पर शिक्षा प्राप्त की और बाद में 1889 से 1894 तक मेयो कॉलेज, अजमेर से अपनी पढ़ाई पूरी की. बाद में उन्होंने वर्ष 1895 से 1898 तक ठाकुर साहब लाल सिंह जी के मार्गदर्शन में प्रशासनिक प्रशिक्षण लिया. 1898 में गंगा सिंह को मिलिट्री ट्रेनिंग के लिए देवली भेजा गया और उन्हें देवली रेजिमेंट में शामिल किया गया. इसे देश की सबसे बेहतरीन रेजिमेंट में से एक माना जाता था जो लेफ्टिनेंट कर्नल बेल के अधिकार में थी.

राजपुताना के विकास पुरुषमहाराजा गंगा सिंह ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान बीकानेर कैमल कॉर्प्स की कमान संभाली और फिलिस्तीन, मिस्र और फ्रांस में सेवा की. जनरल सर महाराजा गंगा सिंह राजपुताना के पहले राजकुमार थे जिन्होंने उच्च न्यायालय को पूर्ण अधिकार प्रदान किए. आम लोगों के लिए बचत बैंक की सेवाएँ उपलब्ध कराईं और कर्मचारियों की बेहतरी के लिए जीवन बीमा और बंदोबस्ती बीमा योजना शुरू की.

Tags: Bikaner news, Local18, Wildlife department

FIRST PUBLISHED : June 5, 2024, 16:18 IST

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