कलियुग का चमत्कारी मंदिर! यहां माता के दर्शन करने से चिंता हो जाती है दूर, खाटूश्याम जी के पास ही है स्थित

Last Updated:April 14, 2025, 10:00 IST
Chintpurni Mata Mandir Rajasthan: आज हम आपको राजस्थान में स्थित चिंतपूर्णी माता के एक ऐसे चमत्कारी मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां भक्तों के बीच मान्यता है, कि इस मंदिर में चिंतपूर्णी माता की पूजा अर्च…और पढ़ेंX
चिंतपूर्णी माता की प्रतिमा
हाइलाइट्स
चिंतपूर्णी माता का मंदिर सीकर में स्थित हैमंदिर में 450 से ज्यादा सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैंमाता की पूजा से भक्तों की चिंता दूर होती है
सीकर: जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर चिंतपूर्णी माता का चमत्कारी मंदिर मौजूद है. यह मंदिर जीण माता के काजल शिखर मंदिर के अंदर स्थित है. यहां माता के दरबार में पहुंचने के लिए करीब 450 से ज्यादा सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. इस मंदिर में दर्शन के लिए राजस्थान ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों से भी भक्त आते हैं. चिंतपूर्णी माता की मूर्ति के बिल्कुल सामने जीण माता का तपस्या स्थल और प्राचीन धुंणा भी स्थित है. भक्तों की मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में चिंतपूर्णी माता की पूजा अर्चना करने से भक्तों की चिंता दूर हो जाती है.
पहाड़ पर मौजूद है मंदिर चिंतपूर्णी माता का यह चमत्कारिक मंदिर पहाड़ पर मौजूद है. जो भी श्रद्धालु जीण माता मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं, वे इस मंदिर में भी जाते हैं. वहीं, यह मंदिर खाटूश्याम जी से भी नजदीक है और जो भी भक्त बाबा श्याम के दर्शन करने के लिए आते हैं. उनमें से भी अधिकांश भक्त जीण माता के दर्शन करने के बाद में चिंतपूर्णी माता के दर्शन करने के लिए पहाड़ी पर भी जाते हैं.
भक्तों की चिंता हो जाती है पूरी मंदिर के पुजारी रजत पाराशर ने बताया कि काजल शिखर पर जीण माता मंदिर परिसर के अंदर चिंतपूर्णी माता की प्रतिमा स्थित है. जो भी भक्त विधि विधान से चिंतपूर्णी माता की पूजा अर्चना करता है, तो उसकी सारी चिंता दूर हो जाती है. वे बताते हैं, इस प्रतिमा को लेकर मान्यता है कि इस मंदिर में आने के बाद जिन भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं, वे भक्त माता के श्रृंगार के लिए कपड़े लेकर आते हैं .भक्तों के द्वारा दिए गए कपड़ों से ही माता का श्रृंगार किया जाता है.
भाई बहन का है मंदिर आपको बता दें, कि काजल शिखर पर बहन जीण और भाई हर्ष का मंदिर मौजूद है. इसी जगह पर जीण माता ने मां जगदंबा की तपस्या की थी. मुख्य रूप से पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर में जीण माता, बटुक भैरव और चिंतपूर्णी माता का मंदिर मौजूद है. नवरात्र के अलावा आम दिनों में भी इस मंदिर के अंदर भक्त जाते हैं और जड़ूले के लिए आते हैं. इस जगह को लेकर मान्यता है, कि जो भी नवविवाहित जोड़ा इस मंदिर में आकर माता की पूजा अर्चना करता है, तो देवी की विशेष कृपा उन पर रहती है और उनका वैवाहिक जीवन सुख शांति से गुजरता है.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
April 14, 2025, 10:00 IST
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कलियुग का चमत्कारी मंदिर! यहां माता के दर्शन करने से चिंता हो जाती है दूर
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