बदला जाएगा जयपुर के ‘मिर्जा इस्माइल रोड’ का नाम? कौन विधायक इस नाम को देख गुस्से से लाल-पीले हो जाते हैं?
जयपुर : राजस्थान की राजनीति में एक नया विवाद उभर आया है. जयपुर सिविल लाइंस से बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा ने मिर्जा इस्माइल को देशद्रोही करार दिया है जयपुर में मिर्जा इस्माइल रोड का नाम बदलने की मांग कर डाली है. उन्होंने कहा कि वीर सावरकर ने भी मिर्जा इस्माइल को देशद्रोही बताया था और जब भी वह इस सड़क से गुजरते हैं तो उनका नाम देखकर गुस्से से भर आते हैं. शर्मा का कहना है कि जयपुर की एक रोड का नाम अगर देशद्रोही के नाम पर हो तो वह सहन करने लायक नहीं है.
गोपाल शर्मा ने कहा कि मिर्जा इस्माइल, जो जयपुर के प्रधानमंत्री रहे, का इतिहास विवादित रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि मिर्जा इस्माइल ने देश के स्वतंत्रता संग्राम का सक्रिय रूप से विरोध किया और 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन और अन्य आज़ादी के आंदोलन में उनका भूमिका नेगेटिव रही. शर्मा ने बताया कि मिर्जा इस्माइल का इतिहास सांप्रदायिक था और उन्होंने मंदिरों को तुड़वाने और मस्जिदों के निर्माण को बढ़ावा देने का काम किया.
गोपाल शर्मा ने वीर सावरकर का उल्लेख करते हुए कहा, “वीर सावरकर ने मिर्जा इस्माइल को देशद्रोही माना था और लिखा था कि मिर्जा इस्माइल जैसे प्रधानमंत्री का जयपुर में होना दुर्भाग्यपूर्ण था.” उन्होंने यह भी कहा कि जयपुर का दुर्भाग्य था कि मिर्जा इस्माइल जैसे व्यक्ति को यहां प्रधानमंत्री के रूप में पद मिला.
मिर्जा इस्माइल, जिनका असल नाम मिर्जा मोहम्मद इस्माइल था, एक ब्रिटिशकालीन भारतीय शासक थे, जो पहले मैसूर राज्य में थे और बाद में जयपुर में प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त हुए. उन्होंने अपने कार्यकाल में कई प्रशासनिक सुधार किए, लेकिन उनका नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में विवादों से जुड़ा रहा है. शर्मा ने यह भी बताया कि मिर्जा इस्माइल का जयपुर में आना एक तरह से उनके लिए एक राजनीतिक मजबूरी थी, क्योंकि उन्हें मैसूर में सांप्रदायिक मुद्दों के कारण वहां से बाहर जाना पड़ा था.
शर्मा ने कहा, “मिर्जा इस्माइल का जयपुर आना और यहां प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करना, विशेषकर जब जयपुर के लोग इसके खिलाफ थे, एक तरह से एक साजिश जैसा था. उनका इतिहास देश की स्वतंत्रता के लिए नकारात्मक था और यही कारण है कि जयपुर का नाम मिर्जा इस्माइल के नाम से जुड़ा होना भारतीय इतिहास के प्रति एक अपमान है.”
गोपाल शर्मा ने मिर्जा इस्माइल रोड का नाम बदलने की मांग की और उसे “गोविंद देव मार्ग” रखने की बात की. उन्होंने कहा, “जयपुर की यह नगरी गोविंद देव जी की नगरी है, और इसलिए इस सड़क का नाम गोविंद देव मार्ग रखा जाना चाहिए. जब यह नाम बदलेगा, तब जयपुर में खुशी का माहौल होगा.”
शर्मा ने आगे कहा कि इस मुद्दे को उन्होंने पहले विधानसभा में भी उठाया था. उनका कहना था कि यह मुद्दा केवल बीजेपी का नहीं है, बल्कि पूरे राजस्थान और भारतीय समाज का है. उन्होंने यह भी कहा कि जयपुर के एक प्रमुख सड़क का नाम एक ‘देशद्रोही’ के नाम पर रखा जाना उचित नहीं है.
इस विवाद में बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कांग्रेस मिर्जा इस्माइल के बारे में अपनी जानकारी से अनजान है. शर्मा ने कहा, “कांग्रेस का यह आरोप कि वीर सावरकर के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है, पूरी तरह से गलत है. सावरकर ने मिर्जा इस्माइल के बारे में जो कुछ लिखा, वह सार्वजनिक दस्तावेजों में मौजूद है.”
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FIRST PUBLISHED : December 4, 2024, 14:36 IST