पुष्कर के इस गांव के नाम में आज भी छुपी हुई है मिठास, खेती की वजह से रखा गया था नाम

Last Updated:April 26, 2025, 20:32 IST
Ajmer News : किसान पन्नालाल ने बताया कि 60, 70 साल पहले पुष्कर के किसानों का आय का मुख्य साधन गन्ने की खेती हुआ करती थी . यहां के किसान खेत में ही गन्ने का रस निकालकर गुड़ बनाया करते थे लेकिन समय के साथ कृषि की…और पढ़ेंX
गन्ने की खेती की वजह इस गांव को कहा जाता है गनाहेड़ा
हाइलाइट्स
गनाहेड़ा गांव का नाम गन्ने की खेती से पड़ागांव के नाम में आज भी गन्ने की मिठास छुपी हैकृषि चुनौतियों के कारण गन्ने की खेती कम हो गई
अजमेर. राजस्थान के अजमेर ज़िले से 16 किलोमीटर की दूरी पर बसे पुष्कर के गनाहेड़ा गांव का अपना एक अलग ही ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है. इस गांव का नामकरण भी एक खास वजह से जुड़ा हुआ है, जो आज भी गांव की पहचान का अभिन्न हिस्सा है .
गन्ने की खेती की वजह से पड़ा गांव का नाम गनाहेड़ा निवासी पन्नालाल ने बताया कि कई वर्षों पहले यह इलाका हरियाली से भरा था. अरावली की गोद में बसे इस छोटे से गांव की मिट्टी उपजाऊ थी और पानी के पर्याप्त स्रोत भी पास ही पुष्कर झील के कारण उपलब्ध थे. उस समय यहां पर बड़ी मात्रा में गन्ने की खेती की जाती थी. यहां का गन्ना अपनी मिठास और उपयोगिता के लिए जाना जाता है.
दूर-दूर के व्यापारी यहां के गन्ने की मिठास के चर्चे सुनकर आते थे. गांव की गलियों में हर मौसम गन्ने की खुशबू फैल जाती थी. बैलगाड़ियों पर लदे गन्ने के बंडल बाजारों तक जाते थे. जब कोई व्यापारी पुष्कर गन्ने खरीदने आते थे तो इस गांव को गन्ने के खेतों वाला गांव कहते थे. समय के साथ स्थानीय बोली में ‘गन्ना’ शब्द के साथ ‘हेड़ा’ जुड़ गया. ‘हेड़ा’ जिसका अर्थ स्थान या क्षेत्र से होता है . इस तरह इस गांव को तब से लेकर आज तक गनाहेड़ा कहा जाता है .
गांव के नाम में आज भी छुपी हुई है मिठासकिसान पन्नालाल ने आगे बताया कि 60 ,70 साल पहले पुष्कर के किसानों का आय का मुख्य साधन गन्ने की खेती हुआ करती थी. यहां के किसान खेत में ही गन्ने का रस निकालकर गुड़ बनाया करते थे लेकिन समय के साथ कृषि की कई चुनौतियां के कारण किसानों को गन्ने की खेती से विमुख कर दिया. अब गन्ने की खेती पुष्कर में कुछ ही किसान करते हैं. आज भले ही गनाहेड़ा में गन्ने की खेती कम हो गई हो, लेकिन गांव के नाम में आज भी उस सुनहरे दौर की मिठास छुपी हुई है.
Location :
Ajmer,Rajasthan
First Published :
April 26, 2025, 20:32 IST
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पुष्कर के इस गांव के नाम में आज भी छुपी हुई है मिठास, खेती की वजह से रखा नाम