पंजीयन विभाग की नई पहल, ई-स्टांपिंग से कर सकते हैं सुरक्षित लेनदेन, ऐसे करें प्रमाणिकता की जांच

Last Updated:March 13, 2025, 15:22 IST
पंजीयन एवं स्टाम्प विभाग उदयपुर के डीआईजी राजीव द्विवेदी ने आम जनता को ई-स्टांप के उपयोग के दौरान ई-स्टांप की प्रामाणिकता और इसके विभिन्न सुरक्षा मानकों की जांच करने के लिए जागरूक किया. उन्होंने बताया कि अपनी स…और पढ़ेंX
ई स्टैंप
हाइलाइट्स
ई-स्टांपिंग से सुरक्षित लेनदेन संभव.2डी बार कोड स्कैन कर प्रामाणिकता जांचें.ई-स्टांपिंग मोबाइल ऐप का उपयोग करें.
उदयपुर. स्टाम्प के विभिन्न सुरक्षा मानकों के प्रति आम जनता के बीच व्यापक जागरूकता लाने के लिए पंजीयन एवं स्टाम्प विभाग उदयपुर के डीआईजी राजीव द्विवेदी ने मॉडल उप पंजीयक कार्यालय में लोगों को जागरूक किया. रजिस्ट्री एवं अन्य प्रयोजनों के लिए ई-स्टाम्प खरीदने वाले नागरिकों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग कहता है, अपने ई-स्टाम्प सर्टिफिकेट को जानें.
उन्होंने कहा कि आज के इस पहल का मुख्य उद्देश्य आम जनता के बीच पारदर्शिता सुनिश्चित करना और ई-स्टांप के उपयोग के दौरान ई-स्टांप की प्रामाणिकता और इसके विभिन्न सुरक्षा मानकों की जांच करने के लिए आप सभी को शिक्षित करना है.
ई-स्टांप क्या है?
ई-स्टांप (E-Stamp) एक डिजिटल स्टांपिंग प्रणाली है, जिसे पारंपरिक कागजी स्टांप पेपर के स्थान पर उपयोग किया जाता है. यह भारत सरकार द्वारा अधिकृत स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL) द्वारा संचालित किया जाता है.
ई-स्टांप के फायदे
सुरक्षा- नकली स्टांप पेपर की समस्या को समाप्त करता है.
तेजी से प्रक्रिया- ऑनलाइन भुगतान और सत्यापन की सुविधा
कहीं भी उपलब्धता- किसी भी अधिकृत केंद्र या ऑनलाइन पोर्टल से प्राप्त किया जा सकता है
वेरिफिकेशन- यूनिक आईडी नंबर (UIN) से सत्यापन संभव.
कैसे प्राप्त करें ई-स्टांप?
ई-स्टांपिंग के लिए उपयोगकर्ता बैंक, अधिकृत केंद्र, या SHCIL की वेबसाइट पर जाकर आवश्यक शुल्क भरकर डिजिटल स्टांप पेपर प्राप्त कर सकते हैं. यह प्रणाली पारदर्शी, सुविधाजनक और भ्रष्टाचार मुक्त है. डीआईजी उदयपुर, राजीव द्विवेदी ने कहा कि पंजीयन विभाग और स्टॉक होल्डिंग के नवाचार के माध्यम से हमारा मुख्य उद्देश्य उदयपुर, सलूम्बर राजसमंद और इसके आस-पास के क्षेत्र के लोगों में ई-स्टाम्प के मौजूदा सुरक्षा मानकों के प्रति व्यापक जागरूकता लाना है.
ई-स्टांप की प्रामाणिकता की जरूर करें जांच
डीआईजी जीव द्विवेदी ने मॉडल उप पंजीयक कार्यालय में उपस्थित आम लोगों को सम्बोधित करते हुए बताया कि अपनी संपत्तियों के पंजीकरण के लिए आने वाले आम जनता को ई-स्टाम्पिंग मोबाइल ऐप के माध्यम से ई-स्टाम्प पेपर में मौजूद 2डी बार कोड को स्कैन कर, ई-स्टांप की प्रामाणिकता की जांच करनी चाहिए. साथ ही बदलते डिजिटल युग में आम आदमी द्वारा ई-स्टाम्प खरीदते समय किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए उसमें मौजूद सभी सुरक्षा मानकों की जांच करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि जानकार बनिए, सतर्क रहिए.
Location :
Udaipur,Rajasthan
First Published :
March 13, 2025, 15:22 IST
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पंजीयन विभाग की नई पहल, ई-स्टांपिंग से कर सकते हैं सुरक्षित लेनदेन