विपक्ष के तेवर तीखे, सरकार भी तैयार, संसद में शांति के नहीं दिख रहे आसार, क्या इंडिया अलायंस में फूट का मिलेगा फायदा?
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सोमवार से शुरू हो रहा संसद सत्र का तीसरा हफ्ता भी हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं. इस हफ्ते सरकार की कोशिश है कि संविधान पर चर्चा के लिए दो दिन का समय मुकर्रर किया जाए. बावजूद इसके विपक्ष के तीखे तेवरों में नरमी पड़ने की कोई संभावना नजर नहीं आती. विपक्ष पहले से ही अडानी के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है. अब सत्ताधारी पार्टी के कुछ सांसदों के बयान ने उनकी नाराजगी को और बढ़ा दिया है. ऐसे में रेलवे संशोधन अधिनियम और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट को पारित करवाना सरकार के लिए सदन में बड़ी चुनौती होगी. लेकिन क्या ममता बनर्जी के बयान के बाद इंडिया अलायंस में फूट का बीजेपी को फायदा मिलेगा?
राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और संबित पात्रा की टिप्पणियों को लेकर लोकसभा में कांग्रेस के हमलावर रहने के आसार हैं. दोनों सांसदों के खिलाफ कांग्रेस ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है. कांग्रेस ने इंडिया अलायंस के दलों की बैठक भी बुलाई है. इसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. उधर, कांग्रेस ने भारत-चीन संबंधों पर संसद में दिए गए बयान को लेकर सरकार पर निशाना साधा और चर्चा की मांग की. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भारत-चीन संबंधों पर संसद में चर्चा रणनीतिक और आर्थिक नीति दोनों पर केंद्रित होनी चाहिए. इसलिए क्योंकि चीन पर देश की निर्भरता आर्थिक रूप से बढ़ गई है. उसने हमारी सीमाओं पर यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की है. उन्होंने कहा, विदेश मंत्री ने जो बयान दिया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. सांसदों को स्पष्टीकरण मांगने की अनुमति तक नहीं दी गई.
सरकार की कैसी तैयारीसरकार की भी तैयारी पूरी है. सरकार चाहती है कि संविधान पर चर्चा के लिए दो दिन का समय तय किया जाए. संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बीते दिनों बताया था कि लोकसभा में 13 और 14 दिसंबर को जबकि राज्यसभा में 16 और 17 दिसंबर को संविधान पर चर्चा होगी. उन्होंने सभी दलों से साथ आने की अपील की थी. लेकिन जो इरादे विपक्ष के दिख रहे हैं, उससे नहीं लगता कि सोमवार को संसद में शांति से चर्चा हो पाएगी. उधर, बीजेपी ने सत्र को लेकर अपने इरादे साफ कर दिए हैं. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा कि अभी तक उनकी बात पूरी नहीं हो सकी है. वह OCCRP पर अपनी बात रखना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस उनकी बात पूरी नहीं होने दे रही है और न ही कांग्रेस उनके द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दे रही है.
इंडिया अलायंस में फूटइस बीच ममता बनर्जी के बयान के बाद इंडिया अलायंस में फूट पड़ती नजर आई. कांग्रेस को छोड़कर ज्यादातर दल ममता बनर्जी के बयान से सहमत दिखे, तो कांग्रेस ने किनारा कर लिया. यहां तक कहा कि विपक्ष का नेता राहुल गांधी के अलावा और कोई नहीं हो सकता. अब सबकी नजर इस बात पर होगी कि संसद में इसका क्या असर दिखता है.
Tags: INDIA Alliance, Parliament session, Rahul gandhi
FIRST PUBLISHED : December 8, 2024, 23:16 IST