Rajasthan

21 साल की ट्रेनी पायलट की दर्दनाक मौत, अंगदान से दे गईं कई लोगों को नई जिंदगी

जैसलमेर. जिले के खेतोलाई गांव निवासी ट्रैनी पायलट चेष्टा बिश्नोई के सपने आसमान भर थे, लेकिन वे इसे पूरा कर पातीं उससे पहले ही उन्‍होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. पुणे में हुए सड़क हादसे में घायल होने के कारण चेष्‍टा को सिर में गंभीर चोटें आईं थीं और उससे वे उबर नहीं पाईं. उनके परिवार ने ऐसे समय में साहसिक फैसला लिया और चेष्‍टा के अंगदान को सहमति दे दी. इससे गंभीर रोगों से जूझ रहे 8 लोगों को नई जिंदगी मिलेगी. एक तरफ जहां चेष्‍टा के निधन की शोक लहर है तो दूसरी तरफ लोग बिश्नोई परिवार के फैसले को सलाम कर रहे हैं.

खेतोलाई एक बार फिर चर्चा में है. यही 11 व 13 मई 1998 को सफल परमाणु परीक्षण हुआ था इसलिए इसे परमाणु स्थल भी कहते हैं; इसी गांव की चेष्‍टा बिश्‍नोई ने इतिहास रच दिया है. वह जैसलमेर जिले की पहली होनहार बेटी थीं जो ट्रेनिंग करके पायलट बनने वाली थीं. चेष्टा की असमय मौत से परिवार सहित पूरे समाज में शोक का माहौल है लेकिन इस शोकाकुल स्थिति में भी चेष्टा के परिजनों ने जो फैसला लिया उसकी बड़ी तारीफ हो रही है.

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पुणे के अस्पताल में सभी अंगों का दान किया, कई लोगों को मिलेगी नई जिंदगीचेष्टा के परिजनों ने उसके सभी अंगों को डोनेट करने का फैसला लिया है. पुणे के एक अस्पताल में चेष्टा के सभी अंगों डोनेट किया गया जिससे कई लोगों को नई जिंदगी मिलेगी. चेष्टा का जन्म 5 दिसंबर 2003 को हुआ था. ऐसे में मात्र 21 साल की उम्र में चेष्टा की दर्दनाक मौत से परिवार में मातम है. चेष्टा पोकरण के खेतोलाई गांव की रहने वाली थी उनके पिता ज्योतिप्रकाश बिश्नोई व माता सुषमा बिश्नोई पोकरण में गैंस एजेंसी चलाते हैं.

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बचपन से होनहार थी चेष्‍टा, पुणे में ले रहीं थी ट्रेनिंगचेष्टा को जानने वाले लोगों ने बताया कि वो बचपन से ही बेहद मेधावी थी पढ़ाई-लिखाई में अव्वल होने के साथ-साथ परिवार और अपनी परंपरा से प्यार करती थी. चेष्टा अभी महाराष्ट्र के पुणे में पायलट की ट्रेनिंग ले रही थी. चेष्टा, महाराष्ट्र के पुणे में हुए एक भीषण हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई थी. यह हादसा 9 दिसंबर को हुआ था. इस हादसे में चेष्टा को हेड इंजरी हुई थी, जिसके चलते चेष्टा का ब्रेन डेड हो गया था.

परिवार ने ऑर्गन डोनेशन का साहसिक फैसला लिया17 दिसंबर को सुबह चेष्टा की मौत हो गई जिसके बाद चेष्टा के पेरेंट्स ने ऑर्गन डोनेट करने का फैसला लिया था. चेष्टा की मौत पर पोकरण के भाजपा विधायक  महंत प्रतापपुरी महाराज, जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, पूर्व कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद, प्रधान भगवतसिंह तंवर, JNVU छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष आनंदसिंह राठौड़ सहित जिलेभर के जनप्रतिनिधियों और लोगों ने भी शोक व्यक्त किया है.

Tags: Jaisalmer news, Organ Donation, Rajasthan news, Rajasthan News Update, Road accident

FIRST PUBLISHED : December 18, 2024, 20:23 IST

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