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गुरूत्वाकर्षण का सिद्धांत बहुत पहले ही वैदिक ग्रंथों ने बता दिया था, भारतीय ज्ञान को दबाने का प्रयास किया गया

Last Updated:March 06, 2025, 12:18 IST

Jaipur News : राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने गुरूत्वाकर्षण के सिद्धांत लेकर कहा कि न्यूटन ने तो बहुत बाद में दुनिया को इस बारे में बताया था जबकि भारत में वैदिक ग्रंथों में बहुत पहले ही इसके बारे में बता द…और पढ़ेंगुरूत्वाकर्षण का सिद्धांत बहुत पहले ही वैदिक ग्रंथों ने बता दिया था- राज्यपाल

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि देश के विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाते हुए उन्हें भारतीय ज्ञान-विज्ञान से जोड़ा जाए.

हाइलाइट्स

न्यूटन से पहले वैदिक ग्रंथों में गुरुत्वाकर्षण का उल्लेख था.भारतीय ज्ञान को दबाने का प्रयास किया गया.विद्यार्थियों को भारतीय ज्ञान-विज्ञान से जोड़ने पर जोर.

जयपुर. राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि भारत विश्वभर में ज्ञान परंपरा में श्रेष्ठ रहा है. भारत ने पूरे विश्व को दशमलव पद्धति दी. न्यूटन ने तो बहुत बाद में गुरूत्वाकर्षण का सिद्धांत दुनिया को बताया था. भारत में तो वैदिक ग्रंथों में बहुत पहले ही इसके बारे में बता दिया गया था. ऋषि भारद्वाज ने वायुयान पर अपने ग्रंथ में पहले ही अवगत करा दिया था. उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने आने के बाद भारतीय ज्ञान को दबाने का प्रयास किया गया. इसलिए यह जरूरी है कि देश के विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाते हुए उन्हें भारतीय ज्ञान-विज्ञान से जोड़ा जाए.

राज्यपाल ने कहा कि पढ़ाई के लिए कोई शोर्टकट नहीं होता. विद्यार्थी केवल पाठ्यक्रम से संबंधित पुस्तकें ही नहीं बल्कि विद्यार्थी जीवन व्यवहार और नित नए हो रहे परिवर्तनों से जुड़ी सामग्री का भी अध्ययन करें. इसी से उनकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी और वे जीवन में सफल हो सकेंगे. उन्होंने विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाए जाने के लिए भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़ी शिक्षा पर विषेष ध्यान देने का भी आह्वान किया.

भारत ज्ञान-विज्ञान में आरंभ से ही समृद्ध रहा हैबागड़े बुधवार को राजधानी जयपुर स्थित हरिशचन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान ‘रीपा’ में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केन्द्र के दीक्षांत समारोह में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत ज्ञान-विज्ञान में आरंभ से ही समृद्ध रहा है. यहां नालंदा जैसा महान विश्वविद्यालय था. यहां सुदूर देशों से विद्यार्थी पढ़ने आते थे. उन्होंने बख्तियार खिलजी की ओर से नालंदा के पुस्तकालय को जलाने की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान को नष्ट करने के निरंतर प्रयास हुए लेकिन वे सफल नहीं हुए. उन्होंने राजस्थान को शूरवीरों की भूमि बताते हुए कहा कि बप्पा रावल ने सौ सालों तक विदेशी आक्रमणकारियों को यहां आने नहीं दिया.

भारत को अग्रणी बनाने में सभी अपना योगदान देंबागडे ने नकल की प्रवृति को रोके जाने, रोजगार प्राप्त करने की मानसिकता की बजाय रोजगार देने वाले बनाने, मुक्त शिक्षा के तहत शिक्षा से वंचित लोगो को पढ़ने के लिए प्रेरित करने आदि पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि 2047 देश की आजादी का शताब्दी वर्ष होगा. इसमें भारत सभी क्षेत्रों अग्रणी बनें इसके लिए सभी मिलकर अपना योगदान दें.

विद्यार्थियों को डिग्री और पदक प्रदान किएराज्यपाल ने आरंभ में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को डिग्री और पदक प्रदान किए। इग्नू के रीजनल सेंटर की गतिविधियों की प्रदर्शनी का लोकार्पण किया. सेंटर के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. ममता भाटिया ने इग्नू के पाठ्यक्रमों और गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया.


Location :

Jaipur,Jaipur,Rajasthan

First Published :

March 06, 2025, 12:18 IST

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गुरूत्वाकर्षण का सिद्धांत बहुत पहले ही वैदिक ग्रंथों ने बता दिया था- राज्यपाल

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