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मॉरीशस की आबो-हवा में अपनेपन का एहसास, यहां की मिट्टी में हमारे पूर्वजों का खून-पसीना: PM मोदी

Last Updated:March 11, 2025, 23:01 IST

PM Modi in Mauritius: प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस को भारत और ‘ग्लोबल साउथ’ के बीच सेतु बताया. उन्होंने मॉरीशस को ‘मिनी इंडिया’ कहा और मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान को स्वीकार किया.मॉरीशस की मिट्टी में हमारे पूर्वजों का खून, PM बोले- यहां की आबो-हवा में...

पीएम मोदी ने कहा, “मॉरीशस सिर्फ एक साझेदार देश नहीं है. हमारे लिए मॉरीशस एक परिवार है!”

हाइलाइट्स

पीएम मोदी ने मॉरीशस को ‘मिनी इंडिया’ कहा.मॉरीशस ने पीएम मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया.पीएम मोदी ने मॉरीशस को ‘ग्लोबल साउथ’ का सेतु बताया.

पोर्ट लुइस. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को मॉरीशस को भारत और ‘ग्लोबल साउथ’ के बीच एक सेतु करार दिया. उन्होंने कहा कि मॉरीशस सिर्फ एक साझेदार देश भर नहीं है, बल्कि भारत के परिवार का हिस्सा है. पीएम मोदी ने पोर्ट लुइस में एक सामुदायिक कार्यक्रम में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, “मॉरीशस ‘मिनी इंडिया’ की तरह है.” इस कार्यक्रम में मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम, उनकी पत्नी और कैबिनेट मंत्री भी शामिल हुए.

पीएम मोदी ने कहा, “मॉरीशस सिर्फ एक साझेदार देश भर नहीं है. हमारे लिए मॉरीशस परिवार का एक हिस्सा है! यह बंधन इतिहास, विरासत और मानवीय भावना में गहराई और मजबूती से निहित है.” उन्होंने कहा, “मॉरीशस भारत को व्यापक ‘ग्लोबल साउथ’ से जोड़ने वाला एक सेतु भी है. एक दशक पहले, 2015 में प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में मैंने भारत के सागर दृष्टिकोण की घोषणा की थी. सागर का मतलब क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करना है. आज भी मॉरीशस इस दृष्टिकोण के केंद्र में है.”

मॉरीशस के पोर्ट लुइस में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं मॉरीशस आता हूं, तो ऐसा लगता है कि अपनों के बीच ही तो आया हूं. यहां की हवा में, यहां की मिट्टी में, यहां के पानी में अपनेपन का एहसास है. यहां की मिट्टी में हमारे पूर्वजों का खून और पसीना मिला हुआ है. मॉरीशस के लोगों ने, यहां की सरकार ने, मुझे अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का फैसला लिया है. मैं आपके निर्णय को विनम्रता से स्वीकार करता हूं. ये भारत और मॉरीशस के ऐतिहासिक रिश्तों का सम्मान है.

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मुझे याद है, साल 1998 में अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन के लिए मुझे यहां आने का अवसर मिला था. तब मैं किसी सरकारी पद पर भी नहीं था. एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में यहां आया था. संयोग देखिए, नवीन रामगुलाम उस समय भी प्रधानमंत्री थे. जब मैं प्रधानमंत्री बना तो नवीन रामगुलाम मेरे शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने दिल्ली आए थे. प्रभु राम और रामायण के प्रति जो आस्था, भावना मैंने जो सालों पहले महसूस की थी, वह आज भी अनुभव करता हूं.

हमारे पूर्वज भारत के विभिन्न क्षेत्रों से यहां लाए गए थे. जब हम भाषा, बोली और खानपान की आदतों में विविधता पर विचार करते हैं, तो यह स्थान वास्तव में एक छोटा हिंदुस्तान, एक लघु भारत का प्रतिनिधित्व करता है. जब अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन हुआ, हमारा 500 साल का इंतजार खत्म हुआ, तो भारत में जो उत्साह और उत्सव था, यहां मॉरीशस में भी उतना ही बड़ा महोत्सव हमने देखा. उस दौरान मॉरीशस ने आधे दिन की छुट्टी भी घोषित की थी. भारत और मॉरीशस के बीच आस्था का ये संबंध हमारी मित्रता का बहुत बड़ा आधार है.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं जानता हूं कि मॉरीशस के अनेक परिवार अभी-अभी महाकुंभ में भी होकर आए हैं. दुनिया को आश्चर्य हो रहा है कि मानव इतिहास का, विश्व का, ये सबसे बड़ा समागम था और उसमें मॉरीशस के लोग भी गए थे. लेकिन मुझे ये भी पता है कि मॉरीशस के मेरे अनेक परिवारजन चाहते हुए भी एकता के इस महाकुंभ में नहीं जा पाए. मुझे आपकी भावनाओं का ध्यान है, इसलिए मैं आपके लिए पवित्र संगम का और महाकुंभ के उसी समय का पवित्र जल साथ लेकर आया हूं. इस पवित्र जल को कल गंगा तालाब को अर्पित किया जाएगा. मेरी प्रार्थना है कि मां गंगा की कृपा से मॉरीशस समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छुए.

पीएम मोदी ने बिहार का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार के साथ आपका भावुक संबंध भी मैं समझता हूं. दुनिया के अनेक हिस्से जब पढ़ाई-लिखाई से कोसों दूर थे, तब नालंदा जैसा ग्लोबल इंस्टीट्यूट भारत में था, बिहार में था. हमारी सरकार ने फिर से नालंदा यूनिवर्सिटी को और नालंदा स्पिरिट को रिवाइव किया है. बिहार का मखाना, ये आज भारत में बहुत चर्चा में है. आप देखेंगे कि वो दिन दूर नहीं, बिहार का ये मखाना, दुनिया भर में स्नैक्स मैन्यू का हिस्सा होगा.

संकट के समय में भारत हमेशा मॉरीशस के साथ खड़ा रहा है. कोविड-19 के दौरान, भारत एक लाख वैक्सीन और ज़रूरी दवाइयां पहुंचाने वाला पहला देश था. जब मॉरीशस संकट का सामना करता है, तो भारत सबसे पहले मदद के लिए आगे आता है. जब मॉरीशस समृद्ध होता है तो भारत सबसे पहले जश्न मनाता है. जैसा कि मैंने पहले कहा कि हमारे लिए मॉरीशस एक परिवार है.

कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने रामगुलाम और उनकी पत्नी वीणा को ‘ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई)’ कार्ड प्रदान किए. उन्होंने कहा कि मॉरीशस में रहने वाले भारतीय समुदाय की सातवीं पीढ़ी को भी ओसीआई कार्ड देने का फैसला किया गया है. मॉरीशस ने मंगलवार को घोषणा की कि मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन’ से सम्मानित किया जाएगा.

प्रधानमंत्री ने इस सम्मान के लिए मॉरीशस की जनता और सरकार का आभार जताया. उन्होंने कहा, “मैं इस निर्णय को बहुत सम्मान के साथ स्वीकार करता हूं. इसके जरिये सिर्फ मुझे सम्मानित नहीं किया गया है, बल्कि भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक संबंधों को सम्मानित किया गया है.” बुधवार को पीएम मोदी मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे.


First Published :

March 11, 2025, 23:01 IST

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