कोटा में बढ़ रहा देहदान संकल्प, शादी की 55वीं सालगिरह को दंपति ने इस तरह बनाया यादगार
शक्ति सिंह/कोटा. नेत्रदान, अंगदान और देहदान के प्रति कोटा शहर जागरूक होने लगा है. गैरसरकारी संस्थाओं के जागरूकता अभियान की बदौलत अब काफी संख्या में लोग देहदान के लिए आगे आ रहे हैं. संकल्प ले रहे हैं. इन विषयों पर खूब बातचीत होती है. लोगों को देहदान के महत्व के बारे में बताया जाता है. उनके बीच इस विषय से जुड़ी भ्रांतियों को दूर किया जाता है. यही वजह है कि खुशी के मौकों पर भी अब लोग देहदान का संकल्प लेने की घोषणाएं करने लगे हैं.
बीते दिनों केशवपुरा सेक्टर-7, निवासी कैलाश चंद्र सोनी ने अपनी पत्नी दुर्गा सोनी के साथ देहदान का संकल्प लिया. जानकारी के मुताबिक कैलाश सोनी लंबे समय से इस बारे में जानकारी ले रहे थे. लेकिन इस विषय की विस्तृत जानकारी देने वाला कोई नहीं मिल रहा था. फिर शहर में देहदान, नेत्रदान आदि विषयों पर काम करने वाली संस्था शाइन इंडिया से उनका संपर्क हुआ और उन्होंने देहदान संकल्प पत्र भरा. संस्था के मुताबिक कोटा के अलावा जोधपुर, अलवर, बूंदी और झालावाड़ में भी इस दिशा में जागरूकता आई है.
कैलाश सोनी के मामले में शाइन इंडिया के सदस्यों ने बताया कि उनकी बेटी प्रथमा सोनी ने संस्था से संपर्क कर सदस्यों को घर पर बुलाया था. वहां कैलाश चंद्र सोनी के परिवार के सभी सदस्यों को देहदान से जुड़ी जानकारी दी गई. इसके बाद कैलाश चंद्र और उनकी पत्नी दुर्गा सोनी ने विवाह की 55वीं वर्षगांठ पर बेटे प्रवेश, निषेध और बेटी प्रथमा, दामाद शरद की उपस्थिति में देहदान का संकल्प पत्र भरा. कैलाश ने कहा कि देहदान के लिए सभी धर्म, समाज के लोगों को आगे आना चाहिए.
शाइन इंडिया के डॉ. गौड़ ने लोकल18 को बताया कि देहदान का निर्णय लेने वाले घर के सदस्यों को पूरी जानकारी होने के बाद यह सुनिश्चित हो जाता है कि समय आने पर देहदान का कार्य सम्पन्न होगा. उन्होंने बताया कि शाइन इंडिया के देहदान अभियान से जुड़कर हाड़ौती के 258 लोग यह संकल्प ले चुके हैं. वहीं अभी तक 30 देहदान हो चुके हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 14, 2024, 15:20 IST