The same yogas which were formed at the time of birth of Shri Krishna in Dwapara Yuga are being formed this time on Janmashtami.

चूरू:- श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर घर-घर मे भगवान कृष्ण के आगमन की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. इस बार भाद्रपद कृष्ण अष्टमी सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. खास बात ये है कि इस बार जन्माष्टमी पर वैसे ही योग-संयोग बन रहे हैं, जो भगवान कृष्ण के जन्म के समय बन रहे थे. ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु दाधीच ने लोकल 18 को बताया कि द्वापर युग में जब भगवान श्री कृष्ण का अवतार हुआ था, तब 6 विशेष संयोग बने थे.
इस बार जन्माष्टमी पर उनमें से चार योग बन रहे हैं. भगवान कृष्ण का अवतरण भाद्र कृष्ण पक्ष में रात्रि 12 बजे अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र, वृष राशि में चंद्रमा में हुआ था. भगवान का जन्म सोमवार या बुधवार में से किसी भी दिन हुआ माना जाता है. इस बार भी चंद्रमा वृषभ राशि में और रोहिणी नक्षत्र में रहेगा. साथ ही सोमवारी अष्टमी तिथि व लग्न भी वृषभ का रहेगा. 26 अगस्त को सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर 3:55 बजे से पूरी रात रहेगा. इस बार जन्माष्टमी रवि योग में सुस्थिर योग मे मनाई जाएगी.
चंद्रमा वृष राशि में उच्च के रोहिणी नक्षत्र में करेंगे गोचर ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु दाधीच ने बताया कि 26 अगस्त को रात 12:00 बजे वृष लग्न रहेगा. चंद्रमा वृष राशि में उच्च के रोहिणी नक्षत्र में गोचर करेंगे. गुरु ग्रह भी वृष में ही गोचर कर रहे हैं. चंद्रमा के साथ मिलकर गजकेसरी योग का निर्माण कर रहे हैं. चतुर्थ भाव में सूर्य स्व राशि सिंह मे रहेंगे. शनि भी अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं और शश योग का निर्माण कर रहे हैं. श्री कृष्ण के जन्म के समय भी वृष लग्न मे चंद्रमा उच्च के रोहिणी नक्षत्र में गोचर कर रहे थे.
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बन रहा ये चार योगपंडित विष्णु दाधीच ने local 18 को बताया कि जन्माष्टमी पर 26 अगस्त को भाद्रपद श्री कृष्णपक्ष, सोमवार रात्रि 12 बजे वृष लग्न मे रहेगा. चंद्रमा वृष राशि मे गोचर करेंगे. साथ ही रोहिणी नक्षत्र दोपहर, 3:55 बजे से शुरू होगा, जो अगले दिन दोपहर तक रहेगा. गुरु ग्रह भी वृष राशि में ही गोचर कर रहे हैं. इस तरह द्वापर में श्री कृष्ण के जन्म के दौरान जो शुभ योग थे, उनमें से चार योग, जिसमें रोहिणी नक्षत्र, अष्टमी तिथि, चंद्रमा वृषभ में और लग्न भी वृषभ के साथ विद्यमान रहेंगे. भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना के लिए विशेष रूप से शुभ समय रात्रि 12 से 12:45 बजे तक रहेगा.
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FIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 14:56 IST