कालंद्री के 200 साल पुराने शिव मंदिर में शिवलिंग का आकार बढ़ता है

Last Updated:February 28, 2025, 15:54 IST
मंदिर में पिछले 30 साल से पूजा अर्चना कर रहे पुजारी शिवकुमार माली ने बताया कि मंदिर को लेकर कई मान्यताएं प्रसिद्ध है. मंदिर में स्थापित शिवलिंग स्वयम्भू है. ये शिवलिंग हर 12 महीने में एक अंगुली जितना बढ़ता हैX
भगवान शिव का हुआ सूर्य तिलक
सिरोही जिले के कालंद्री गांव में करीब 200 साल पुराने शिव मंदिर को लेकर भक्तोब की एक अनोखी मान्यता है. भक्तों का मानना है कि यहां मंदिर के शिवलिंग का आकार हर साल एक अंगुली जितना बढ़ता है. कालन्द्री का प्रसिद्ध बुधेश्वर महादेव मंदिर को लेकर भक्तों में गहरी आस्था है. मंदिर में कई पीढ़ियों से पुजारी के रूप में पूजा की जा रही है.
मंदिर में पिछले 30 साल से पूजा अर्चना कर रहे पुजारी शिवकुमार माली ने बताया कि मंदिर को लेकर कई मान्यताएं प्रसिद्ध है. मंदिर में स्थापित शिवलिंग स्वयम्भू है. ये शिवलिंग हर 12 महीने में एक अंगुली जितना बढ़ता है. उनके पूर्वज मंदिर में लगे नीम के पेड़ से अपनी चोटी बांधकर पूजा पाठ करते थे. पहले इस मंदिर के शिवलिंग की पास में ही बनी गुफा में पूजा होती थी. पूजारी के देवलोकगमन के बाद गूफ को बंद कर शिवलिंग की यहां प्राण प्रतिष्ठा करवाई गई थी.
शिवलिंग का हुआ सूर्य तिलकअयोध्या में रामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जिस प्रकार रामलला का सूर्य तिलक किया गया था, उसी तर्ज पर यहां शिवलिंग का भी मंत्रोच्चारण से सूर्य तिलक करवाया गया. मंदिर में हुए तीन दिवसीय समारोह में मंदिर कोल हिमालय की तर्ज पर सजाया गया. मंदिर में पहाडियां और गुफाओं में बाबा बर्फानी और महाकाल की सुंदर झांकियां सजाई गई, जो श्रद्धालुओं में आकर्षण का केंद्र बनी.
पांचवीं पीढ़ी कर रही मंदिर की पूजाकरीब 200 साल पुराने इस मंदिर में एक ही परिवार की पांचवीं पीढ़ी पुजारी के रूप में सेवा दे रही है.इस तीन दिवसीय समारोह में देश के कई राज्यों से कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी.यहां सजी झांकी और कार्यक्रमों को देखने के लिए 50 गांवों से हजारों की संख्या नें भक्त पहुंचे. मंदिर में भक्तों को प्रसाद के रूप में मीठी चीनी का गोला दिया जाता है, जो भक्तों को काफी स्वादिष्ट लगता है.
Location :
Sirohi,Rajasthan
First Published :
February 28, 2025, 15:54 IST
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200 साल पुराने इस मंदिर में हर साल एक अंगुली जितना बढ़ता है शिवलिंग