जेईई और नीट में चमक रहे हैं नवोदय विद्यालय के छात्र, डिजिटल क्लासरूम देख भूल जाएंगे महंगे स्कूल, खास है पढ़ाई

दौसा. देश की प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाएं जैसे जेईई और नीट में अब सिर्फ बड़े कोचिंग संस्थानों के छात्र ही नहीं, बल्कि सरकारी स्कूलों और विशेष रूप से जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. राजस्थान के दौसा जिले के खेड़ली स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण बनकर उभरा है, जहां के छात्र हर साल इन परीक्षाओं में बेहतरीन परिणाम दे रहे हैं.
प्रधानाचार्य मोहम्मद हुसैन बताते हैं कि नवोदय विद्यालय में दाखिला लेना आसान नहीं होता. यहां प्रवेश के लिए कठिन परीक्षा पास करनी होती है. एक बार जब छात्र प्रवेश पा लेते हैं, तो उनका पूरा दिन एक अनुशासित दिनचर्या के अनुसार चलता है. सुबह 5 बजे से दिन की शुरुआत होती है और रात 11 बजे तक शिक्षक और छात्र मिलकर मेहनत करते हैं चाहे वो अकादमिक हो, खेलकूद या कला-हर क्षेत्र में प्रतिभा को निखारने के लिए विशेष प्रयास किए जाते हैं.
विद्यालय में पढ़ाई पूरी तरह से डिजिटल क्लासरूम में होती है. इंटरनेट की सुविधा, अट्रैक्टिव स्मार्ट बोर्ड और सहायक शिक्षण सामग्री की मदद से शिक्षक विद्यार्थियों को विषय को गहराई से समझाते हैं. छात्रों को लगातार नया सीखने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है. यहां शिक्षक भी साधारण नहीं होते. प्रधानाचार्य के अनुसार, शिक्षक का चयन इंटरव्यू के माध्यम से होता है और वे नवोदय के सिस्टम के प्रति पूर्णतः समर्पित रहते हैं. विद्यार्थियों की जरूरत के अनुसार विषयवार अलग से कक्षाएं भी आयोजित की जाती हैं, ताकि हर बच्चा बराबरी से आगे बढ़ सके.
सुपर क्लासेस और सदन प्रणालीजो छात्र दिनभर की पढ़ाई में कुछ पीछे रह जाते हैं, उनके लिए शाम को 6:30 से 7:40 तक सुपर क्लासेस चलाई जाती हैं. साथ ही विद्यालय में ‘सदन प्रणाली’ भी लागू है, जिसमें प्रत्येक छात्र पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान दिया जाता है. शिक्षक सदन प्रभारी के रूप में बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखते हैं.
घर से दूर, लेकिन घर जैसा माहौलहॉस्टल में रह रहे छात्रों के लिए विद्यालय ऐसा माहौल तैयार करता है कि वे घर से दूर रहकर भी अपनापन महसूस करें. प्रधानाचार्य बताते हैं कि शिक्षकों का प्रयास होता है कि छात्रों को कभी यह महसूस न हो किवे अपने परिवार से दूर हैं
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण 10वीं और 12वीं के बाद छात्र-छात्राओं को देश के विभिन्न नवोदय विद्यालयों में बने एक्सीलेंस सेंटर में भेजा जाता है, जहां नीट, जेईई मेन और एडवांस की विशेष तैयारी करवाई जाती है. यहां वे सख्त अनुशासन में रहकर श्रेष्ठ परिणाम देने की तैयारी करते हैं, जिसका असर उनके चयन में साफ दिखता है. खेड़ली का जवाहर नवोदय विद्यालय सिर्फ एक शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि प्रतिभा को तराशने की एक प्रयोगशाला है. यहां से निकले छात्र न केवल जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा बनते जा रहे हैं.
प्रतिवर्ष दर्जन वर्ष बच्चे का होता है चयनप्रधानाचार्य मोहम्मद ने बताया कि नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाले 10वीं और 12वीं पास आउट छात्र-छात्राओं में से नीट जेईई एडवांस सहित अन्य एग्जाम में विद्यार्थियों का चयन होता है और वह अन्य विद्यालयों में भी पढ़ने के लिए यही से चले जाते हैं. ऐसे में यहां पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं को सभी सुविधाएं मिलती है और यहां पढ़ने वाले छात्र छात्राएं खुश नजर आते हैं.