बेरोजगारों का सहारा! चमत्कार बरसाती हैं यह देवी, लग जाती है सरकारी नौकरी, कोढ़ की बीमारी से मिलेगा छुटकारा

Last Updated:March 30, 2025, 10:55 IST
नागौर के चावंडिया गांव में स्थित चामुंडा माता मंदिर में भक्त धन संपदा और सरकारी नौकरी की प्राप्ति के लिए पूजा करते हैं. पुजारी काना सिंह के अनुसार माता ने गांव के 80% लोगों को सरकारी नौकरी दिलवाई है.X
चामुंडा माता
हाइलाइट्स
नागौर के चावंडिया गांव में चामुंडा माता का मंदिर है.भक्त सरकारी नौकरी और धन संपदा के लिए पूजा करते हैं.पुजारी के अनुसार 80% गांववालों को माता ने नौकरी दिलाई.
नागौर. राजस्थान में ऐसे अनेकों मंदिर हैं, जिनको लेकर भक्तों की मान्यताएं जुड़ी हुई है. भक्त इन मंदिरों में जाकर अपने कष्टों का निवारण मांगते हैं. ऐसा ही एक अनोखा मंदिर नागौर के खींवसर तहसील के चावंडिया गांव में स्थित है. यह अनोखा मंदिर चामुंडा माता का है. स्थानीय लोगों के अनुसार चामुंडा माता ने सबसे पहले एक ठाकुर की बेटी को सबसे पहला चमत्कार दिखाया था. इस देवी को लेकर ग्रामीणों की मान्यता है कि इस देवी की पूजा-अर्चना करने से धन संपदा प्राप्त होती है और सरकारी नौकरी लगाती है. चामुंडा माता माता मंदिर के पुजारी काना सिंह ने बताया कि माता ने गांव के 80 प्रतिशत लोगों को सरकारी नौकरी दिलवाई है.
पुजारी काना सिंह का कहना है कि सबसे पहले माडपुरा गांव के सभी लोगों के शरीर पर फोड़े, फुंसी इत्यादि निकले हुए थे, जिसे स्थानीय भाषा में कोढ़ कहते हैं. उसी गांव को माता ने इस महामारी से बचाया था. इसी प्रकार दूसरा चमत्कार चावंडिया गांव के निवासी हरि सिंह को किडनी में बनी पत्थरी को दिव्य शक्ति से मिटाया. इसी प्रकार गांव में अपना चमत्कार से एक रास्ता बनाया. वहीं पशुओं की संबंधित बीमारियों के लिए नवल दास जी महाराज को पूजा जाता है. इन्होंने अपनी चमत्कारी शक्ति से दो गांव बसाये थे, जो वर्तमान में गुड़ा भगवान दास व देऊ गांव है.
आकाशवाणी से हुई थी घोषणामंदिर पुजारी काना राम सिंह का कहना है आज से 500 साल पहले जब नवल दास जी ने जीवित समाधि ली, तो आकाशवाणी के माध्यम से घोषणा हुई थी. इस समाधि स्थल पर जब तक राजपूत पुजारी रहेगा, तब तक समाधि स्थल धरती पर बना रहेगा. साथ ही यह भी मान्यता है कि समाधि पर जल रहे ज्योत में से शिवलिंग व रामदेव बाबा घोड़े पर चढ़े हुए मूर्ति के रूप में प्रकट हुए. कहा जाता है कि राजपूत पुजारी रहने पर यह आस्था के दोनों प्रतीक भूमि पर रहेंगे.
यहां होता है कई रोगों का निदानयहां पर पुजारी काना सिंह का कहना है कि किडनी, मंसा, व जीभ से संबंधित बीमारियों का निवारण होता है. साथ में पशुओं संबंधित बीमारियों का निवारण होता है. यहां प्रतिवर्ष भाद्रपद महा बाहरस को अंधेरे पखवाड़े में मेला लगता है.
Location :
Nagaur,Nagaur,Rajasthan
First Published :
March 30, 2025, 10:55 IST
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बेरोजगारों का सहारा! चमत्कार बरसाती हैं यह देवी, लग जाती है सरकारी नौकरी
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