Rajasthan
जयपुर की यूनिवर्सिटी को ऐतिहासिक सफलता, तैयार की औषधीय फसलों की तीन नई किस्म, किसानों को होगा लाभ

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तीनों किस्मों की विशेषताएं: प्रताप ईसबगोल-1 की बात करें तो इसकी औसत उपज 1207 किग्रा/हेक्टेयर और पकने का समय 115 दिन है. यह रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने में लाभदायक होने के साथ ही कब्ज, डायबिटीज और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं में भी उपयोगी है.प्रताप अश्वगंधा-1: राजस्थान में विकसित पहली अधिसूचित किस्म, औसत जड़ उपज 421 किग्रा/हेक्टेयर. इसके लाभ की बात करें तो यह रोग प्रतिरोधक, तनाव, थकान और मानसिक शांति के लिए आयुर्वेद में प्रसिद्ध है.