मेथी लड्डू में छिपे हैं 7 जबरदस्त फायदे, सर्दियों में बन जाता है ताकत का खजाना, जानें आसान रेसिपी

Last Updated:November 27, 2025, 10:11 IST
मेथी लड्डू के फायदे: मेथी के लड्डू सर्दियों में जोड़ों के दर्द, सूजन और जकड़न को कम करने के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं. आयुर्वेद के अनुसार मेथी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जबकि गोंद, घी और ड्राई फ्रूट्स हड्डियों को मजबूती और शरीर को ऊर्जा देते हैं. यह लड्डू पाचन सुधारते हैं, गैस-कब्ज कम करते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं. प्रसव के बाद महिलाओं के लिए भी ये लड्डू बहुत लाभकारी हैं. राजस्थानी तरीके से इन्हें मेथी, गोंद, आटा, घी और मेवों को भूनकर आसानी से बनाया जाता है.
राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर में सर्दी के मौसम में मैथी के लड्डू बनाए जाते हैं. यह बुजुर्गों के लिए सबसे अधिक फायदेमंद रहते हैं, क्यूंकि यह शरीर को ताकत देते हैं और शरीर को गर्माहट देते हैं. आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि मैथी के लड्डू की तासीर गर्म होती है, इसलिए सर्दी में यह किसी औषधि से कम नहीं होते हैं. पारंपरिक रूप से इन्हें महिलाओं, बुजुर्गों और प्रसूता माताओं के लिए फायदेमंद माना जाता है. मेथी शरीर की आंतरिक गर्मी बढ़ाकर सर्दी से होने वाली कमजोरी, थकान और दर्द से राहत देती है.

आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार, मेथी दाने में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द, जकड़न और सूजन को कम करने में मदद करते हैं. सर्दियों में अक्सर बुजुर्गों को घुटनों और कमर में ज्यादा दर्द की समस्या होती है. मेथी के लड्डू का नियमित सेवन हड्डियों को मजबूती देता है और गोंद, सूखे मेवे, घी जैसे तत्व शरीर को अधिक पोषण देते हैं. इसके अलावा ये लड्डू पाचन तंत्र को मजबूत भी मजबूत करते हैं. इनमें मौजूद सोंठ, धनिया, काली मिर्च व गुड़ पाचक माने जाते हैं.

ये पेट में गैस, अपच और कब्ज की समस्या को कम करते हैं. साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर सर्दी-जुकाम से बचाव करते हैं. इन्हें सुबह नाश्ते में खाने से दिनभर ऊर्जा बनी रहती है. प्रसव के बाद महिलाओं को शरीर की कमजोरी दूर करने और दर्द से राहत के लिए मेथी के लड्डू दिए जाते हैं. इनमें मौजूद मेथी, गोंद, घी और ड्राई फ्रूट्स मां के शरीर को जल्दी स्वस्थ करने में मदद करते हैं. यह लड्डू गर्भावस्था के बाद की रिकवरी में सुरक्षित और पारंपरिक उपाय माने जाते हैं.
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गृहिणी शारदा देवी ने बताया कि मेथी के लड्डुओं को बनाने के लिए मेथी दाना, गेहूं का आटा, गुड़, देशी घी, गोंद, अखरोट, बादाम, धनिया पाउडर, सोंठ और काली मिर्च का उपयोग किया जाता है. मेथी को पहले भिगोकर सुखाया जाता है ताकि इसकी कड़वाहट कम हो जाए. फिर इसे हल्का भूनकर पाउडर बनाया जाता है. इसी तरह गोंद और सूखे मेवों को भी घी में भूनकर मिश्रण तैयार किया जाता है. इन लड्डुओं को बनाना भी बहुत आसान है.

गृहिणी शारदा देवी ने बताया कि राजस्थानी तरीके से पारंपरिक मेथी के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले 1 कप मेथी दाना 6 से 8 घंटे भिगोकर सुखा लें और फिर हल्का भूनकर दरदरा पीस लें. इसके बाद कड़ाही में 1 कप घी गर्म कर 2 कप गोंद तलकर अलग निकालें. अब उसी घी में 2 कप गेहूं का आटा धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भूनें. फिर भुने आटे में मेथी पाउडर, गोंद, पिसी शक्कर या बूरा डालकर अच्छी तरह मिलाएं ताकि मिश्रण एकसार हो जाए.

इसके बाद मिश्रण हल्का गर्म रहते हुए इसमें बादाम, काजू, पिस्ता, नारियल बुरादा, सूखा अदरक (सोंठ) और अजवाइन मिलाएं जो लड्डू को पाचक और पौष्टिक बनाते हैं. अब हाथों पर थोड़ा घी लगाकर मिश्रण के मध्यम आकार के लड्डू बनाएं. पूरी तरह ठंडे होने पर इन्हें एयरटाइट डिब्बे में भरें. ये लड्डू खासकर सर्दियों में ताकत देते हैं और प्रसूता महिलाओं तथा बुजुर्गों के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं.
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November 27, 2025, 10:11 IST
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घुटनों का दर्द हो या शरीर की थकान! सर्दियों का सुपरफूड है यह लड्डू



