गहरी झील पर बंधी थी रस्सी…उस पर चल रही थी लड़की, अटक गई थी लोगों जान, फिर जो हुआ

उदयपुर: उदयपुर को झीलों की शहर भी कहते हैं. इस शहर के हर रास्ते-मोड़ से गुजरते हुए आपको झीलें जरूर दिखाई देंगी. उदयपुर की पिछोला झील भी बहुत फेमस है. लोग शानदार नजारे देखने के लिए यहां जरूर पहुंचते हैं. शहर के महाराजा ने इस झील को किसी वजह से बनवाया था. इस झील से नटनी की एक कहानी भी जुड़ी है. नटनी ने राजा के साथ शर्त लगाई थी और वो जीतने भी वाली थी, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ….
किस महाराजा ने बनवाई थी पिछोला झील पिछोला झील का निर्माण 1362 में महाराणा लाखा ने किया था. बाद में उदयपुर के संस्थापक महाराणा उदय सिंह द्वितीय ने इसका विस्तार किया. झील मूल रूप से नदी पर बांध बनाकर बनाई गई थी. शहर के लोगों और सिंचाई जैसे सुविधाओं मकसद से झील को बनवाया गया था. पिछोला झील लगभग 4 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है और पहाड़ियों, मंदिरों, महलों और स्नान घाटों से घिरी हुई है. आर्टिफिशियल झील होने के बाद भी इस झील से बहुत सुंदर प्राकृतिक नजारे दिखते हैं.
नटनी से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी पिछोला झील के पास एक नटनी चबूतरा है. किंवदंतियां हैं कि मेवाड़ के एक महाराजा को किसी समय पर नटनी ने चुनौती दी थी. चुनौती में कहा गया था कि वो पिछोला रस्सी के सहारे पार कर सकती है. महाराजा ने चुनौती स्वीकार कर ली और अपना आधा राज्य दांव पर लगा दिया. इसके बाद पिछोला झील में खड़ी झील पर रस्सी बांधी गई. दो पहाड़ों के बीच तनी रस्सी पर नटनी को चलना था. हजारों लोगों की भीड़ इस घटना की गवाह थी. नटनी ने झील के ऊपर तनी रस्सी पर चलना शुरू किया.राजा को लगा नटनी रस्सी पार कर लेगी, इसिलए उन्होंने चालाकी चलते हुए रस्सी काट दी थी. इतिहासकार श्री कृष्णा जुगने बताया कि यह कहानी देशभर में फेमस है और अब पिछोला झील में नटनी का चबूतरा देखना को मिलती है.
पिछोला झील का दूसरा नाम क्या है?पिछोला झील को अमरकंटक के नाम से भी बुलाया जाता है. क्योंकि इसके पानी में आभासिक छवियां पायी जा सकती हैं. यह झील उदयपुर के बहुत से पर्यटक स्थलों से दिखती है. इसमें सिटी पैलेस का नाम भी शामिल है.
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घूमने जा रहे हैं तो मिलेंगे इन एक्टिविटी के ऑप्शन पर्यटक पिछोला झील पर नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं, जो शांत पानी और आश्चर्यजनक वातावरण के बीच एक गहन अनुभव प्रदान करता है. यहां से सन सेट व्यू भी बहुत कमाल का दिखता है. इसके अलावा भी इस झील के आसपास बहुत सारे ऑप्शन हैं. पिछोला झील की गहराई लगभग 8.5 मीटर (28 फीट) होती है.
क्या है यहां जाने का सही समय उदयपुर में देखने लायक बहुत जगहे हैं. इसलिए सालभर यहां भीड़ लगी रहती है. लेकिन शहर की झीलों को मजा लेने के लिए गर्मियों के दिनों में घूमने का प्लान न बनाएं. चूंकि धूप में घूमना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आप शाम के वक्त यहां की एक्टिविटीज का आनंद उठी सकते हैं.
क्या है टाइमिंग और टिकट पिछोला झील घूमने के लिए आप 9 से 6 बजे के बीच हफ्ते के किसी भी दिन जा सकते हैं. वहीं, बोटींग करना का समय 10 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे बंद हो जाता है. बोटींग का मजा लेने के लिए आप झील या सिटी पैलेस से भी टीकट ले सकते हैं. 400-600 रुपये के बीच टीकट आती है. वहीं, क्रूज की टीकट 700 और बच्चों के लिए 400 रुपये की होती है.
कैसे पहुंचे पिछोला झीलपिछोला झील जाने के लिए आपको सबसे पहले उदयपुर जाना होगा. अलग-अलग राज्य में उदयपुर के लिए बस और ट्रेन चलती है. इसके अलावा आप फ्लाइट से भी जा सकते हैं. वहीं, उदयपुर पहुंचने के बाद झील तक पहुंचने के लिए आप रिक्शा और टैक्सी का ऑप्शन चुन सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 17:28 IST