राजस्थान के इन दो जिलों को कहते है गेहूं का कटोरा, हर साल होती है बंपर उत्पादन, जानें आंकड़ा
जयपुर : राजस्थान के दो जिले श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिन्हें गेहूं का कटोरा कहा जाता है. जहां हर साल गेहूं की पैदावार राजस्थान के बाकी अन्य जिलों से दोगुनी होती है. इसलिए इन्हें धान का या गेहूं का कटोरा कहते हैं. इस साल भी श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले में गेहूं की बंपर पैदावार हुई है.जिससे किसानों को अपनी फसल का खूब लाभ मिल रहा है.
हर सरकारी गेहूं की खरीद के मामले में भी श्रीगंगानगर जिला हमेशा टॉप पर रहता है. इस साल भी FCI फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने श्रीगंगानगर से 1.31 लाख एमटी से भी अधिक गेहूं की खरीद की है, जिससे जिले के हजारों किसान लाभान्वित हुए हैं.
आपको बता दें अप्रैल माह के अंत तक एफसीआई ने राजस्थान में 20 हजार 969 किसानों से कुल 2 लाख 72 हजार 882 मीट्रिक टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा है. जिसमें श्रीगंगानगर के साथ साथ हनुमानगढ़ में भी गेहूं की बंपर पैदावार होती है. इसलिए वहां भी 1 लाख 31 हजार 408 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है, जबकि श्रीगंगानगर व अनूपगढ़ जिले में 1 लाख 5 हजार 249 एमटी ही खरीद हुई है.
एक मंडल में शामिल हैं तीन जिलेआपको बता दें श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ ये तीनों स्थान मंडल के रूप में एफसीआई के श्रीगंगानगर के जिले शामिल है.जहां हजारों किसान इस बार गेहूं की फसल से लाभान्वित हुए हैं.जानकारी के अनुसार एफसीआई द्वारा प्रदेश में लगभग 20 लाख मीट्रिक टन गेहूं समर्थन मूल्य 2400 रुपए प्रति क्विंटल (बोनस सहित) पर खरीदा जाएगा. इसमें से अकेले हनुमानगढ़ जिले से 6.50 लाख मीट्रिक खरीद करना संभावित किया गया है.
30 जून तक होगी गेंहू की खरीद हनुमानगढ़ जिले में 9 अप्रैल को खरीद शुरू हुई थी और 18 दिनों में ही 1 लाख 31 हजार 408 एमटी खरीदा जा चुका है. गेहूं की बंपर आवक से जिले की मंडियां भी गेहूं से भरी हुई हैं. हर दिन जिले में 2 लाख क्विंटल से अधिक गेहूं की आवक हो रही है. अच्छे उत्पादन के साथ बोनस मिलने से किसानों को भी लाभ हुआ है. एफसीआई समर्थन मूल्य पर लगातार खरीद 30 जून तक करेगी. इसलिए कृषकों से भी रजिस्ट्रेशन के अनुसार तारीख आबंटित होने पर ही मंडियों में गेहूं लाने की अपील की जा रही है.
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FIRST PUBLISHED : May 3, 2024, 20:04 IST