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काजू-बादाम से भी महंगी ये सब्जी, सूखने पर और कीमती, सिर्फ गर्मी में ही मिलती है, बेचने वाले बन जाते हैं अमीर

Last Updated:April 15, 2025, 08:58 IST

राजस्थान में कैर-सांगरी नाम की सब्जी मिलती है. यह प्राकृतिक रूप से पैदा होती है. वहीं जब कैर-सांगरी सूख जाते हैं. इसके बाद बनने वाली सब्जी ज्यादा स्वादिष्ट होने के कारण पसंद की जाती हैX
सांगरी
सांगरी देश-दुनिया में सूखी सब्जियों के तौर पर खास पहचान रखती

राजस्थान के शुष्क और रेगिस्तानी इलाकों में उपजने वाली सांगरी, केर की मांग इन दिनों बढ़ गई है जोधपुर के प्रमुख चौराह पर इन दिनों नजर आने लगे है पश्चिमी राजस्थान में उगने वाली कैर-सांगरी देश-दुनिया में सूखी सब्जियों के तौर पर खास पहचान रखती है. कैर-सांगरी की विशेषता यह है कि इसका पूरा उत्पादन प्राकृतिक रूप से होता है. कैर-सांगरी दोनों की बुवाई नहीं होती है. यह स्वत: ही पैदा होने के कारण किसी औषधि से भी कम नहीं है बेहतरीन स्वाद और खासकर पूरी तरह प्राकृतिक रूप से पैदावार के कारण लोगों के लिए सांगरी के साथ कैर भी पहली पसंद बन चुकी है.

राजस्थान का यह इलाका एक विशिष्ट सब्जी के लिए भी प्रसिद्ध है, जो बेशकीमती कही जाती है. इतनी महंगी कि इसके आगे सूखे मेवों के दाम भी कम पड़ जाते हैं. राजस्थान की इस सब्जी का नाम कैर-सांगरी है. प्राकृतिक रूप से उपजने वाली सब्जी कच्ची से ज्यादा सूखने के बाद महंगी हो जाती है. कैर-सांगरी की विशेषता यह है कि इसका उत्पादन सिर्फ पश्चिमी राजस्थान में ही होता है. वह भी प्राकृतिक रूप से है. कैर-सांगरी दोनों की बुवाई नहीं होती है. यह प्राकृतिक रूप से पैदा होती है. जिस मौसम में कैर-सांगरी मिलती है. उस समय इनकी सब्जी और अचार बनाया जाता है. वहीं जब कैर-सांगरी सूख जाते हैं. इसके बाद बनने वाली सब्जी ज्यादा स्वादिष्ट होने के कारण पसंद की जाती है

खेजड़ी से मिलती है सांगरी और झाड़ी से केरःराजस्थान के पारंपरिक भोजन में केर-सांगरी और कुमटिया का विशेष स्थान है. केर एक जंगली फल है जो विशेष प्रकार की झाड़ी में लगता है, जबकि सांगरी खेजड़ी के फल के रूप में प्राप्त होती है. कुमटिया (एक प्रकार वनस्पति का बीज) का स्वाद भी बेहद लाजवाब होता है. गर्मी में आसानी से खराब न होने के कारण ये सब्जियां रेगिस्तानी भोजन की शान मानी जाती हैं. इनका उपयोग अधिकांश होता है.

विदेशों में काफी मांगव्यापारी गणपत लाल ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए बताया कि मारवाड़ में बड़ी मात्रा में होने वाले कैर-सांगरी की विदेशों में काफी मांग है.इसकी सब्जी बनाने के साथ अचार के भी काम आती है. ऐसे में खाने में स्वादिष्ट व कई दिनों तक खराब नहीं होने के कारण विदेशों व सितारा होटलों में भी इसकी खास डिमांड रहती है.मारवाड़ी परिवारों के लिए यह एक खास व्यंजन हैं.

इस बार कैर-सांगरी का अच्छा उत्पादनहालांकि कैर-सांगरी मारवाड़ की ऐसी सब्जी है, जिसकी खेती नहीं होती है. कैर की झाड़ियां ओरण एवं अंगोर में स्वत: उगती है तो खेजड़ी के पेड़ भी खेतों में बुजुर्गों के बचाए हुए हैं. इस बार कैर की झाड़ियां हो या फिर खेजड़ियां , फूलों से लदकद हैं, ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि कैर और सांगरी दोनों का उत्पादन अच्छा होगा.

Location :

Jodhpur,Rajasthan

First Published :

April 15, 2025, 08:58 IST

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काजू से भी महंगी ये सब्जी, सिर्फ गर्मी में ही मिलती, बेचने वाले बन जाते अमीर

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