हिम्मत की मिसाल! परिवार से टूटी महिला ने खड़ा किया ऐसा ढाबा, जिसके स्वाद के दीवाने हैं सैलानी और फिल्म स्टार

Last Updated:October 25, 2025, 07:04 IST
Inspiring Story: पाली-जोधपुर रोड पर स्थित “महादेव भोजनालय” की कहानी प्रेरणा से भरी है. कभी एक महिला ने समाज और परिवार से टूटने के बाद इस ढाबे की शुरुआत की थी. आज उनका बेटा अनिल प्रजापत उसी पारंपरिक राजस्थानी स्वाद को बरकरार रखे हुए है. यहां देसी चूल्हे पर बनने वाला ऑर्गेनिक खाना और बाजरे का सोगरा देसी-विदेशी सैलानियों की पहली पसंद है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और पूर्व सीएम अशोक गहलोत तक यहां के खाने के मुरीद हैं.
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पाली. जोधपुर-पाली रोड पर वैसे तो कई ढाबे आपको दिख जाएंगे, मगर इन ढाबों में एक ढाबा ऐसा है जिसकी कहानी ही काफी दिलचस्प है, क्योंकि इस ढाबे को चलाने का काम किया था एक ऐसी महिला ने जो समाज से, परिवार और अपनों से टूट चुकी थी, मगर हिम्मत नहीं हारी और उसी हिम्मत का नतीजा है कि आज यह ढाबा 1998 में जोधपुर और पाली रोड के बीच कांकाणी में फिल्माई गई फिल्म हम साथ-साथ हैं के अभिनेताओं की भी पसंद बना था.
मगर उम्र के साथ जब महिला बुजुर्ग हो गईं, तो उन महिला के पुत्र अनिल प्रजापत आज इस ढाबे में उसी राजस्थानी टेस्ट को बरकरार रखे हुए हैं, जिसके चलते आज भी नेताओं से लेकर देसी-विदेशी सैलानियों का यह ढाबा राजस्थानी फूड के लिहाज से पहली पसंद बना हुआ है. खास बात है कि इस ढावे में आने वाले लोगों को पारंपरिक अंदाज में देसी तड़के वाले जायके ही परोसा जाता है. यहां राजस्थानी डिश लजीज स्वाद में खाने को मिलेगा.
खास है यहां का राजस्थानी जायका
ढाबा व्यवसायी अनिल प्रजापत बताते हैं कि जोधपुर-पाली के बीच नीम्बला गांव के पास यह महादेव भोजनालय है. यहां का देसी खाना, बाजरे का सोगरा जिसमें विशेष रूप से बाड़मेर से बाजरी मंगवाते हैं और देसी चूल्हे पर ही ऑर्गेनिक खाना बनता है. कैर-सांगरी, कुमटिया, कढ़ी, सांगरी और कढ़ी-कुमटिया की भी विशेष डिश बनाते हैं, जो देसी-विदेशी पर्यटकों को खूब पसंद आती है. जोधपुर के खाने के अच्छे शौकीन हैं. गुड़ का चूरमा हम तिल के तेल का बनाते हैं. गुड़ का चूरमा खाने के लिए भी लोग विशेष रूप से हमारे यहां आते हैं.
केन्द्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री तक खा चुके यहां खाना
अनिल प्रजापत बताते हैं कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी जब पाली से जोधपुर आए थे, तो यहां रुककर खाना खाकर गए थे. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर उनके पुत्र वैभव गहलोत भी यहां खाना खा चुके हैं. केबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल और पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह भी यहां खाना खा चुके हैं. वहीं इस ढाबे की खासियत यह है कि यहां आने वाला हर ग्राहक यहां के खाने की तारीफ करता नहीं थकता.
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दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें
दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट… और पढ़ें
First Published :
October 25, 2025, 07:04 IST
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परिवार से टूटी महिला ने खड़ा किया ऐसा ढाबा, जिसके स्वाद के दीवाने हैं लोग



