Noida Crime: 5 साल बाद OTP ने खोला पत्नी और बेटी की गुमशुदगी का राज

Last Updated:May 07, 2025, 14:04 IST
Noida Crime: नोएडा से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां एक महिला और बेटी पिछले 5 सालों से गायब थी. परिवार समेत सभी लोगों ने दोनों को मृत समझ लिया था. लेकिन 5 साल बाद कुछ ऐसा हुआ कि पति समेत पुलिस के होश उड़ …और पढ़ें
5 साल से गायब थी मां-बेटी (Image Credit-AI)
हाइलाइट्स
पांच साल से गायब थी बीवी और बेटीअचानक मिली जिंदा OTP ने खोला राज
Noida Crime: कहते हैं कि वक्त कभी-कभी ऐसे मोड़ लाता है, जहां हकीकत कल्पना से भी ज्यादा अजीब होती है. ऐसा ही कुछ हुआ नोएडा के एक शख्स के साथ जहां पति पर पत्नी और बेटी की हत्या का कलंक ऐसा चिपका कि उसने न्याय के दरवाजे खटखटाते-खटखटाते उम्मीद तक छोड़ दी. लेकिन 5 साल बाद एक OTP नंबर ने पूरे मामले में ऐसा मोड़ ला दिया कि सबके होश उड़ गए. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.
दरअसल, फिरोजाबाद निवासी और नोएडा के बरौला गांव में रहने वाले इंजीनियर अवधेश शर्मा की पत्नी और बेटी 3 जुलाई 2020 को अचानक घर से लापता हो गई थी. पत्नी के साथ किसी झगड़े या विवाद की कोई बड़ी बात सामने नहीं आई थी, लेकिन उनकी अचानक गुमशुदगी ने अवधेश को बुरी तरह झकझोर दिया. उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत की, लेकिन लंबे समय तक स्थानीय थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. अवधेश ने भी पत्नी और बेटी को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
दिल्ली में मिले थे शवइसी दौरान एक और सनसनीखेज खबर आई, जब 20 जुलाई 2020 को दिल्ली के शाहदरा रेलवे ट्रैक पर एक महिला और किशोरी के ट्रेन से कटे शव बरामद हुए. कोरोना काल के चलते दिल्ली पुलिस ने शवों का डीएनए टेस्ट किए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया. गौतमबुद्ध नगर पुलिस, अवधेश और अंजू के स्वजन को लेकर शाहदरा थाने पहुंची. शवों के फोटो और कपड़ों के आधार पर अंजू के परिवार वालों ने पहचान कर ली. लेकिन अवधेश ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया. उसे यकीन नहीं हुआ कि उसकी पत्नी और बेटी आत्महत्या कर सकती हैं. हालांकि, पुलिस ने इसे सुसाइड मानकर केस की अंतिम रिपोर्ट लगाकर मामला बंद कर दिया. अवधेश ने इस रिपोर्ट के खिलाफ हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट के आदेश पर दोबारा जांच हुई, लेकिन फिर भी वही रिजल्ट सामने आया. इस दौरान अंजू के परिवार ने हत्या का केस तो नहीं किया, लेकिन शक जरूर जाहिर किया.
सच निकला चौंकाने वालादरअसल, अंजू अपनी बेटी के साथ चुपचाप ट्रेन में बैठकर राजस्थान के जोधपुर चली गई थी. वहां वह एक नए जीवन की शुरुआत करते हुए ब्यूटी पार्लर में काम करने लगी. पांच साल तक वह पूरी तरह लापता रही. सभी ने मान लिया कि वह और उसकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं हैं.
OTP ने खोला राजइस साल 23 अप्रैल 2025 को मामला तब अचानक पलटा, जब अवधेश शर्मा के मोबाइल पर आधार वेबसाइट से ओटीपी आया. दरअसल, अंजू के आधार कार्ड पर अभी भी उसका पति यानी अवधेश का मोबाइल नंबर जुड़ा था. अंजू आधार कार्ड अपडेट करवाने के लिए आवेदन कर रही थी. यही OTP उस सच्चाई की चाबी बन गया जिसे पुलिस और अदालतें पांच साल में नहीं सुलझा सकी. OTP आते ही अवधेश सीधे पुलिस के पास गया. आधार एजेंसी से संपर्क कर पुलिस को तीन मोबाइल नंबर मिले जो अंजू के इस्तेमाल में थे. जब इन नंबरों की लोकेशन ट्रेस की गई, तो पता चला कि वे राजस्थान के जोधपुर में जिंदा और सही-सलामत हैं. जिसके बाद 2 मई 2025 को पुलिस ने अंजू और उसकी बेटी को सकुशल जोधपुर से बरामद कर लिया. उन्हें नोएडा लाकर वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है. अवधेश, जो अब तक पत्नी और बेटी की हत्या के आरोप का कलंक झेल रहा था, उसके लिए यह राहत और सच्चाई की जीत थी. जिसके बाद अवधेश शर्मा ने बताया कि वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ फिर से जीवन शुरू करने के लिए तैयार हैं.
Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
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