सिलबट्टे पर बनती ये देसी चटनी, तीखा स्वाद और लंबी शेल्फ लाइफ से हर घर में बन रही पसंदीदा, नोट कर लें रेसिपी

Last Updated:December 08, 2025, 09:34 IST
लहसुन-सुखी मिर्च चटनी रेसिपी: राजस्थान की पारंपरिक भोजन परंपरा में चटनी का विशेष महत्व है. तीखे और खट्टे स्वाद वाली यह चटनी साधारण भोजन को भी खास बना देती है. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी इसे पारंपरिक तरीके से सिलबट्टे पर तैयार किया जाता है. लहसुन, सूखी लाल मिर्च, जीरा, सौंफ, अमचूर और देशी मसालों के मिश्रण से बनी यह चटनी लंबे समय तक सुरक्षित रहती है और बिना फ्रिज के भी नहीं खराब होती. यह चटनी न सिर्फ स्वाद बढ़ाती है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, पाचन सुधारने में भी उपयोगी मानी जाती है.
राजस्थान की भोजन परंपरा में चटनी का खास स्थान है. बिना चटनी के राजस्थानी थाली अधूरी मानी जाती है. तीखे-खट्टे स्वाद वाली राजस्थानी चटनी साधारण भोजन को भी खास बना देती है लहसुन, सूखी लाल मिर्च और मसालों से बनी यह चटनी लंबे समय तक चलने वाली और स्वाद से भरपूर होती है.

राजस्थानी चटनी की सबसे बड़ी पहचान इसका तेज स्वाद और खुशबू है. इसमें प्याज-टमाटर के बजाय सूखे मसालों का ज़्यादा इस्तेमाल होता है, ताकि यह बिना फ्रिज के भी सुरक्षित रह सके. यही कारण है कि यह चटनी खासकर सर्दियों में ज्यादा उपयोग में लाई जाती है. इस चटनी की खास बात यह है कि यह मिक्सी में नहीं, बल्कि यह पारंपरिक तरीके से चटनी बनाई जाती है.

ग्रामीण गीता देवी ने चटनी बनाने के लिए बेहद आवश्यक सामग्री साझा की है. चटनी बनाने के लिए लहसुन की कलियां, सूखी लाल मिर्च दो बड़े चम्मच, धनिया पाउडर एक बड़ा चम्मच, जीरा, सौंफ, अमचूर पाउडर एक छोटा चम्मच, नमक, तेल और हरा धनिया के पत्ते लेने है. इसमें हींग भी डाल सकते हैं, जो स्वाद के साथ पाचन में भी मदद करती है.
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सबसे पहले सूखी लाल मिर्च को सिलबट्टे पर रखकर उसमें थोड़ा पानी डालकर पीस ले. अब कढ़ाई में तेल गर्म करके उसमें जीरा डाल कर उसमें लहसुन की कलियां डाल दे. फिर उसमें सिलबट्टे पर पीसी हुई मिर्च डालकर नमक, अमचुर पाउडर डाल दे. और थोड़ी देर धीमी आंच पर पकने दे. जब चटनी गाढ़ी होने लगे तो उसमें हरा धनिया के पते डाल कर गैस बंद कर दें.

जब पहले सब्ज़ियां उपलब्ध नहीं होती थी, तब यही चटनी सूखे मसालों के सहारे भोजन को स्वादिष्ट बनाती थी. कम सामग्री में बनने वाली यह चटनी अपने स्वाद के साथ स्वास्थ्य लाभ को भी समेटे हुए होती है. गांवों में आज भी इस चटनी को रोजाना उपयोग में लिया जाता है.

लहसुन और मसालों से बनी यह चटनी सिर्फ स्वाद में ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक मानी जाती है.यह पाचन को बेहतर करती है और सर्दी-जुकाम में भी लाभ देती है.और सर्दियों में गर्माहट देती है.
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December 08, 2025, 09:34 IST
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सिलबट्टे पर बनती ये देसी चटनी, तीखा स्वाद और लंबी शेल्फ लाइफ है पहचान


