जहां नहीं रहती 24 घंटे बिजली, वहां इस्तेमाल होता है ये देसी फ्रिज, LG-सैमसंग भी फेल

भारत ने आज खूब तरक्की कर ली है. मेट्रो शहरों के तर्ज पर कई छोटे शहर भी अब मॉडर्न हो गए हैं. बड़ी-बड़ी इमारतें, बड़े-बड़े मॉल ये सभी आपको छोटे शहरों में भी दिख जाएंगे. लेकिन इसके बाद भी देश की शान हमारे गांव ही है. ग्रामीण इलाकों में भले ही शहर की तरह तरक्की नहीं हुई लेकिन लंबे समय से यहां के लोग जुगाड़ से ऐसी चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसके तर्ज पर ही कई मॉडर्न चीजें बिकती है.
शहर में लोग कई ब्रांड्स के फ्रिज का इस्तेमाल करते हैं. फ्रिज में तापमान कम होने की वजह से चीजें जल्दी खराब नहीं होती. चाहे दूध हो या दही, चाहे सब्जियां हो या बचा हुआ खाना, सब कुछ फ्रिज में लंबे समय तक ताजा बना रहता है. लेकिन गांवों में, जहां ना बिजली है और ना ही लोगों के पास महंगे फ्रिज खरीदने के पैसे, वहां आखिर दूध-दही को लंबे समय के लिए कैसे स्टोर किया जाता है? आइये आपको दिखाते हैं.
ऐसा होता है देसी फ्रिजदेश के कई ग्रामीण इलाकों में देसी फ्रिज का इस्तेमाल किया जाता है. इस फ्रिज को बिजली की जरुरत नहीं होती है. मिट्टी से बना ये फ्रिज काफी ठंडा होता है. जिस तरह से मिट्टी के मटके में पानी ठंडा रहता है, उसी तरह इस फ्रिज में दूध और दही को कम तापमान में रखकर स्टोर किया जाता है. ग्रामीण इस फ्रिज के अंदर सब्जियां भी रखते हैं. चूंकि, गांवों में दूध और दही का उत्पादन और इस्तेमाल ज्यादा होता है, इस वजह से अधिकांश घरों में आपको ये देसी फ्रिज दिख जाएगा.