Rajasthan
खेती के लिए अमृत समान है ये देसी टॉनिक, छाछ-गोबर से होता है तैयार, फसलों की पैदावार बढ़ाने में कारगर

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बीके चंद्रेश भाई ने Local18 को बताया कि आरोग्य वन में 100% जैविक खेती होती है. यहां गौकृपाअमृत कल्चर तैयार किया जाता है, जिसमें अच्छे बैक्टीरिया का उपयोग कर भूमि की उर्वरा शक्ति और इम्यून सिस्टम को बढ़ाया जाता है. इसका उपयोग 2,000 लीटर प्रति एकड़ के हिसाब से किया जाता है, जिससे फसल की गुणवत्ता और कीट नियंत्रण में मदद मिलती है. साथ ही, घन जीवामृत, जो गोबर खाद से तैयार किया जाता है, मिट्टी को उपजाऊ बनाने में कारगर साबित होता है.