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बेहद घातक है महिलाओं की ये बीमारी, शर्मिंदगी हंसती-खेलती जिंदगी में घोल देती है जहर, डॉक्टर से समझें 5 शुरुआती लक्षण

Uterine Cancer Symptoms: कहने को तो दुनिया तेजी से बदल रही है और महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. अपनी बात को बेबाकी के साथ रखती भी हैं. लेकिन सच्चाई ये है कि आज भी लाखों महिलाएं अपनी बीमारी को छुपाती हैं. लेकिन, क्या आप जानती हैं कि ऐसा करना घातक हो सकता है? दरअसल, महिलाओं को होने वाली तमाम ऐसी बीमारियां हैं, जिनको इग्नोर करने से उनकी जान भी जा सकती है. गर्भाशय या बच्चेदानी का कैंसर उनमें से एक है. इसको एंडोमेट्रियल कैंसर व यूटेराइन कैंसर के नाम से भी जाना जाता है. जी हां, गर्भाशय या बच्चेदानी महिलाओं की प्रजनन प्रणाली का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है. यही वो स्थान है, जहां गर्भधारण के बाद भ्रूण का विकास होता है. इसलिए बच्चेदानी का स्वस्थ्य होना बेहद जरूरी है.

आजकल की खराब जीवनशैली में गर्भाशय कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. यह तब होता है जब एंडोमेट्रियम (गर्भाशय की अंदरूनी परत) की कोशिकाएं असामान्य रूप से विभाजित और बढ़ने लगती हैं. ये कोशिकाएं ट्यूमर का रूप ले लेती हैं, जो आगे चलकर कैंसर का कारण बन जाती है. ऐसे जरूरी है कि शुरुआती लक्षणों को पहचानें. ताकि, समय रहते इलाज कराकर जिंदगी को बचाया जा सके. अब सवाल है कि आखिर गर्भाशय कैंसर के शुरुआती हैं क्या? इस बारे में को विस्तार से बता रही हैं राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. अमृता साहा-

बच्चेदानी में कैंसर होने के 5 शुरुआती संकेत

पेट के निचले हिस्से में दर्द: डॉ. अमृता साहा बताती हैं कि, पेट के निचले हिस्से में दर्द और ऐंठन होना बच्चेदानी में कैंसर का संकेत हो सकता है. इसके अलावा, महिलाओं को श्रोणि में ऐंठन का अनुभव भी हो सकता. अगर आपको बार-बार इस तरह की परेशानी महसूस हो रही है, तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपना चेकअप करवाना चाहिए.

ब्लीडिंग या स्पॉटिंग होना: यदि किसी महिला को पीरियड्स के अलावा अन्य दिनों में ब्लीडिंग होती है या महीने में कई बार ब्लीडिंग या स्पॉटिंग होती है, तो इन लक्षणों को भूलकर भी नजरअंदाज न करें. क्योंकि, यह बच्चेदानी में कैंसर का भी लक्षण हो सकता है. इसके प्रति समझदारी दिखाएं और समय रहते डॉक्टर से मिलकर जांच करवाएं.

कई दिन तक पीरियड रहना: अगर आपके पीरियड्स सामान्य से अधिक दिनों तक चलते हैं, तो यह बच्चेदानी में कैंसर होने का संकेत हो सकता है. इसके अलावा, आपको पीरियड्स के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव की परेशानी भी हो सकती है. ऐसी स्थिति में आपको तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए.

मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग या डिस्चार्ज: मेनोपॉज के बाद महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज या वेजाइनल ब्लीडिंग की समस्या होना भी बच्चेदानी के कैंसर का लक्षण हो सकता है. अगर आपको मेनोपॉज के बाद इस तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपना चेकअप करवाएं ताकि आपका समय पर इलाज किया जा सके.

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शारीरिक संबंध बनाने में दर्द: डॉ. साहा के मुताबिक, बच्चेदानी में कैंसर होने पर महिला को शारीरिक संबंध बनाते समय दर्द जैसी परेशानी हो सकती है. हालांकि, ऐसा सभी पर लागू हो ये संभव नहीं है. लेकिन, फिर भी यदि किसी महिला को अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाने के दौरान दर्द हो तो एक्सपर्ट की सलाह जरूरी है.

Tags: Female Health, Health News, Health tips, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : June 9, 2024, 12:22 IST

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