सर्दियों में अमृत से कम नहीं है ये पेय पर्दाथ, पीते ही सर्दी हो जाएगी गायब! जानिए इसके रामबाण फायदे

सीकर. राजस्थान का सबसे प्राचीन पेय पदार्थ राबड़ी है. सर्दी में बाजरे के आटे से बनी राबड़ी कड़ाके की सर्दी से राहत देती है. बाजरे की राबड़ी शरीर को गर्म रखने व स्वास्थ्य वर्धक टॉनिक का काम करती है. ग्रामीण क्षेत्र में इसे एक बेहतर टॉनिक एवं सर्दियों का पेय पदार्थ मानते हैं, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दियों में छाछ और आटे से बनी राबड़ी को खूब पसंद किया जाता है. गांवो में रात को बनाकर रखी राबड़ी को सर्दी के समय गर्म कर के दिनभर मस्ती से पिया जाता है.
बाजरे और गेहूं की राबड़ी अब दुकानों में भी बनने लगी है. सर्दियों में लोग इसे गर्म पेय के रुप में पीते हैं. स्टॉल लगाकर राबड़ी बेचने वाले कुलदीप प्रजापति ने बताया कि राबड़ी को बनाने में प्रयोग होने वाली सामग्री अब महंगी हो गई है, ऐसे में आजकल डेयरी बूथ व शहरी क्षेत्र में दुकानों पर राबड़ी दस से बीस रुपए प्रति गलास बिक भी रही है.
इस प्रकार बनती है राबड़ी व्यावसायिक रूप से राबड़ी बनाने वाले कुलदीप प्रजापति ने बताया कि उसमें बाजरे की घाट, नमक, छाछ, प्याज आदि की जरूरत होती है. राबड़ी बनाने के लिए ज्यादा बेहतर बाजरे का आटा है, लेकिन जो व गेहु के आटे से भी राबड़ी बनाई जा सकती है. कुलदीप ने बताया कि राबड़ी बनाने के लिए हांडी (मिट्टी से बनी छोटी मटकी) की जरूरत होती है. हांडी में बाजरे का आटा छाछ में घोलकर धीमी आंच पर पकाते हैं. इसके अंदर बाजरा के कुछ दाने डाल देते हैं तो कुछ लोग चने की दाल भी डाल देते हैं. लंबे समय तक आंच पर पकने के बाद इसे आग से उतारकर रख देते हैं और इस तरह से तैयार होती है गरमा गर्म राबड़ी.
पेट में गैस की समस्या नहीं होती हैआयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि सर्दी में बाजरे के आटे ओर छाछ से बनी राबड़ी यह पेट को गर्म रखती है और ताकत को बनाए रखती है. इससे पेट में गैस की समस्या नहीं होती है. सही मायनों में यह सर्दियों का अमृत है. स्वस्थ रहने और सर्दी भगाने के लिए इसे जरूर पीना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 09:15 IST