हैदराबाद से जयपुर आकर अपने लिए बनाए अचार-मसाले, फिर घर से शुरू किया स्टार्टअप; अब कमा रहीं लाखों

जयपुर. सर्दियों का मौसम आते ही चटपटा अचार, मसालेदार चटनियां और गरमागरम व्यंजनों की खुशबू घर-घर में फैलने लगती है. जयपुर के शीतकालीन मेलों-प्रदर्शनियों में इन दिनों एक स्टॉल सबसे ज्यादा भीड़ खींच रहा है ‘सदर्न पैलेट’. इसके पीछे हैं हैदराबाद से जयपुर आईं मोहिनी जैन, जिन्होंने शादी के बाद घर बैठे-बैठे साउथ इंडियन फ्लेवर्स की कमी को अपना बिजनेस बना लिया. मोहिनी बताती हैं कि हैदराबाद में हम हर चीज में नारियल, करी पत्ता, इमली और खास मसालों का तड़का लगाते थे. जयपुर आकर वो स्वाद बहुत मिस हुआ. पहले तो अपने लिए बनाया, फिर रिश्तेदारों-पड़ोसियों ने टेस्ट किया और तारीफों के पुल बांध दिए. बस, यहीं से बीज पड़ गया.
शुरुआत हुई सिर्फ 5 तरह के मसालों और 2 अचार से. आज उनके पास 13 से ज्यादा वैरायटी के अचार हैं. जिसमें टमाटर, कैरी, नींबू, आंवला, लाल मिर्च, हरी मिर्च सहित अलग-अलग वैरायटी के चार शामिल है. इसके अलावा चटनियां भी 10 से अधिक प्रकार की है. खास बात ये कि सारी चटनियां बिना प्याज-लहसुन की हैं, जो जैन परिवारों में खूब पसंद की जा रही है. चाय मसाला, कॉफ़ी मसाला, चाट मसाला, सांभर-रसम पाउडर, बिरयानी मसाला हर डिश के लिए अलग मसाला तैयार करती है.
शुद्धता का भरोसा देने के लिए उन्होंने FSSAI लाइसेंस भी ले रखा है
मोहिनी गर्व से बताती हैं कि मेरे प्रोडक्ट्स में न कोई प्रिज़र्वेटिव, न सिरका, न कोई केमिकल कलर है. पैकिंग भी प्लास्टिक की बजाय कांच के जार में करती हूँ ताकि स्वाद और सेहत दोनों बरकरार रहे. मिलावट से भरे बाजार में लोग जब उनके मसालों का स्वाद चखते हैं तो दोबारा यही मांगते हैं. शुद्धता का भरोसा देने के लिए उन्होंने FSSAI लाइसेंस भी ले रखा है. शुरुआत में बिक्री कम थी. मोहिनी खुद खादी मेले, सरस मेले, शिल्पग्राम और जयपुर की हर बड़ी प्रदर्शनी में स्टॉल लगाने लगी. लोगों ने चखा, पसंद किया और ऑर्डर देने शुरू कर दिए. आज उनके प्रोडक्ट्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर भी बिकते हैं. एक बोतल 100 से 300 रुपये तक की रेंज में है, जो बाजार के मुकाबले सस्ती और क्वालिटी में बेस्ट है.
लाखों में है महीने का टर्नओवर
मोहिनी कहती हैं कि अब हर महीने लाखों का टर्नओवर है. सबसे बड़ी खुशी ये है कि घर बैठे-बैठे मैं आत्मनिर्भर हूं और अपने बच्चों को भी अच्छे से पाल रही हूं. उनका संदेश साफ है है कि महिलाएं कभी भी, किसी भी उम्र में छोटे स्तर पर शुरूआत कर सकती हैं. बस हिम्मत और लगन चाहिए. घर की रसोई से ही दुनिया जीती जा सकती है. जयपुर के विंटर फेयर में जब आप गरमागरम सांभर की खुशबू या नींबू के अचार की चटपटाहट महसूस करें, तो याद रखिए इसके पीछे है एक महिला का जुनून, जो हैदराबाद के स्वाद को राजस्थान के घर-घर तक पहुंचा रही है.नाम है मोहिनी जैन है और ब्रांड है ‘सदर्न पैलेट’ जो साबित कर रहा है कि अगर जायका सच्चा हो तो ग्राहक खुद चलकर आता है.



