इस किसान ने विकसित की सौंफ की नई वैरायटी, संरक्षण की दिशा में उठाया यह कदम, मिल चुका है इनोवेशन अवार्ड

Last Updated:March 05, 2025, 19:54 IST
Sirohi Abu Fennel-440 Variety: सिराही के प्रगतिशील किसान इशाक अली ने सौंफ की नई वैरायटी को विकसित किया है. इसको आबू सौंफ-440 नाम दिया है. यह उनकी 35 साल की सौंफ की खेती का परिणाम है. इसको संरक्षित करने के लिए र…और पढ़ेंX
सिरोही जिले के किसान इशाक अली
हाइलाइट्स
इशाक अली ने सौंफ की नई वैरायटी आबू सौंफ-440 विकसित की.राजस्थान का पहला सौंफ सामुदायिक जीन बैंक शुरू किया गया.प्रति हेक्टेयर 32-33 क्विंटल सौंफ का उत्पादन होता है.
सिरोही: जिले के एक प्रगतिशील किसान की पहल से जिले की एक सौंफ की वैरायटी को देश ही नहीं दुनियाभर में पहचान मिली है. अब इस प्रगतिशील किसान ने राजस्थान का पहला सामुदायिक सौंफ जीन बैंक शुरू किया है. इसमें 100 से ज्यादा सौंफ जर्मप्लाज्म को संरक्षित किया गया है. साथ ही इनकी जानकारी भी किसानों को दी जा रही है.
आबू सौंफ को सिरोही जिले के पंच गौरव में शामिल किया हुआ है. सिरोही जिले के काछोली गांव के बायोटेक प्रगतिशील किसान इशाक अली पिछले 35 साल से सौंफ की खेती कर रहे हैं. इनके द्वारा तैयार की गई वैरायटी को दुनियाभर में प्रीमियम मसाला श्रेणी में स्थान मिला है.
आबू सौंफ-440 वैरायटी को किया है विकसित
इशाक अली के कृषि क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए पिछले दिनों उन्हें राजस्थान स्टेट इनोवेशन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. किसान इशाक की ओर से विकसित की गई आबू सौंफ-440 किस्म को केंद्र सरकार के पौध किस्म एवं कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण में रजिस्टर करने की प्रोसेस के साथ ही इसका पेटेंट भी करवाया जा रहा है. उनके खेत में स्थापित आबू सौंफ सामुदायिक जीन बैंक को देखने के लिए कई किसान आते हैं.
ज्यादा उत्पादन देने वाली है सौंफ की यह किस्म
किसान इशाक अली ने लोकल 18 को बताया कि 30 साल की कड़ी मेहनत से आबू सौंफ-440 को विकसित किया था. ये सौंफ की किस्म अन्य सौंफ से खास है. इस बीज में उत्पादन क्षमता ज्यादा है. वहीं प्रति हेक्टेयर 32 से 33 क्विंटल सौंफ का उत्पादन होता है. इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होने से सौंफ से जुड़ी बीमारियां कम लगती है. किसान ने बताया कि सौंफ की इस किस्म के लिए सिरोही जिले के अलावा पाली, जालोर जिले के साथ ही गुजरात राज्य सटा होने से गुजरात के बनासकांठा और साबरकांठा के भी किसान आ चुके हैं. उन्होंने बताया कि करीब 8 हेक्टेयर में सौंफ की खेती कर रहे हैं.
तीन साल से इस परियोजना पर कर रहे हैं काम
इशाक केंद्र सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) की ओर से संचालित पश्चिमी शुष्क क्षेत्र आकांक्षी जिला के लिए बायोटेक किसान हब परियोजना से तीन साल से जुड़े हैं. साउथ एशिया बायोटेक्नॉलॉजी सेंटर (एसएबीसी) जोधपुर और आईसीएआर केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) पाली के सहयोग से चलाई जा रही परियोजना में सिरोही जिले के अलावा अन्य जिलों और राज्यों के किसानों को आबू सौंफ की खेती को बढ़ावा देने के लिए रिसर्च और इनोवेशन पर किसान इशाक अली काम कर रहे हैं.
Location :
Sirohi,Rajasthan
First Published :
March 05, 2025, 19:53 IST
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इस किसान ने विकसित की सौंफ की नई वैरायटी, सामुदायिक जीन बैंक किया स्थापित