Rajasthan

राजस्थान के इस किसान ने बदल दी खेती की परिभाषा, 20 लाख सालाना कमा रहे मुनाफा, जानें कमाई का राज

Last Updated:April 13, 2025, 11:00 IST

Sikar Farmer Sonaram Success Story: सीकर के लामिया गांव के रहने वाले किसान 14 बीघा में पारंपरिक खेती के साथ पाली हाउस में खीरा की खेती करते हैं. खास बात यह है खेती के लिए खुद से नेचुरल खाद तैयार करते हैं और इसी…और पढ़ेंX
खीरे
खीरे की उन्नत खेती कर रहे सोना राम 

हाइलाइट्स

सीकर के किसान सोनाराम सालाना 20 लाख तक कमा रहे हैं.सोनाराम 14 बीघा में पारंपरिक और खीरा की खेती करते हैं.प्राकृतिक खाद का उपयोग कर खीरे की खेती में मुनाफा कमा रहे हैं.

सीकर. जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर लामिया गांव में रहने वाले सोनाराम उन्नत खेती कर साल के 20 लाख से भी अधिक की कमाई कर रहे हैं. ये 14 बीघा में गेहूं, जौं, चना और सरसों की पारंपरिक फसल के साथ आधुनिक तरीके से खीरे की खेती भी कर रहे हैं. इन्होंने खीरे की खेती के लिए 4000 वर्ग मीटर का पोली हाउस भी बनवाया है, इसमें ये पिछले 8 साल से खीरे की खेती कर रहे हैं. प्रगतिशील किसान सोना राम ने बताया कि  2017 में 32 लाख रुपए खर्च करके पॉलीहाउस बनवाया था. जिसमें उनको सरकारी अनुदान भी मिला था.

पहली बार में ही दो लाख का हुआ मुनाफा

किसान सोनाराम ने 8 साल पहले 2017 उन्होंने पहली बार खीरे की खेती शुरू की थी, जिसमें उनको 2 लाख रुपए से भी अधिक का मुनाफा हुआ था. इसके बाद उन्होंने खीरे को आधुनिक खेती और जौं और गेहूं की परंपरागत खेती से हर साल 15 से 20 लाख रुपए का मुनाफा हो रहा है. सोना राम ने बताया कि 2025 के पहले सीजन में ही सोना राम को खीरे और परंपरागत खेती से 7 लाख रुपए का मुनाफा हो चुका है, वहीं, अभी खीरे का सीजन चालू है तो अनुमान के अनुसार इस बार एक सीजन में ही सोनाराम को 10 लाख रुपए से अधिक का मुनाफा होगा.

प्राकृतिक खाद का करते हैं उपयोग

सोनाराम ने बताया कि वह खीरा की खेती में किसी तरीके रासायनिक दवाइयां का उपयोग नहीं करते हैं. अच्छे उत्पादन व लंबे समय तक खीरा की फसल रहे, इसके लिए वह प्राकृतिक खाद खुद अपने खेत में बनाते हैं. इसके लिए  दुर्गापुरा अनुसंधान केंद्र पर जाकर प्राकृतिक खाद बनाने की ट्रेनिंग भी ली है. उन्होंने बताया कि खेत पर ही गोमूत्र, गोबर, आक, धतूरा, खींप आदि से खाद तैयार करते हैं. इनको एक ड्रम में डालकर तीन से चार महीने के लिए सड़ने के लिए छोड़ देते हैं. उसके बाद जब खीरा की फसल शुरू होती है तो 4 महीने तक इस प्राकृतिक खाद का उपयोग करते हैं.

Location :

Sikar,Rajasthan

First Published :

April 13, 2025, 11:00 IST

homeagriculture

पारंपरिक के साथ आधुनिक खेती भी करते हैं ये किसान, कमाई जान हो जाएंगे हैरान

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj