सिर्फ बारिश में मिलता है यह फल, कई बीमारियों में कारगर, गुठली का भी बनता है चूर्ण-This fruit is available only in the rains, it is effective in many diseases, powder is also made from the seeds
भीलवाड़ा – खास तौर पर अपनी तबीयत और सेहत का ध्यान रखने वाले लोग अलग-अलग प्रकार के फलों का सेवन करते हैं जिससे उनकी सेहत और स्वाद दोनों ही बना रहता है आज हम आपको मानसून के सीजन में आने वाले एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं. जो न केवल स्वाद में आपका दिल जीत लेगा बल्कि आपके दिल की बीमारियों को भी दूर कर देगा. जामुन एक ऐसा फल है जो मानसून के सीजन में ही बाजार में दिखाई देता है. जहां यह फल अपने खट्टे और मीठे स्वाद के लिए जाना जाता है तो वहीं इसके हेल्थ बेनिफिट भी ऐसे है कि यह फल कई बीमारियों में रामबाण साबित होता है
राजकीय एकीकृत आयुष चिकित्सालय भीलवाड़ा के आयुर्वेद औऱ पंचकर्म चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ संजय कुमार शर्मा ने कहा कि जामुन का वृक्ष आमतौर पर नदी और तालाब के किनारे पाए जाते हैं यह एक ऐसा फल है जो सिर्फ मानसून के सीजन में ही दिखाई देता है जो साल में दो या तीन माह के लिए बस बरसात के मौसम में मिलता है. जामुन का पेड़ एक ऐसा वृक्ष जिसकी पत्ती, छाल और फल तीनों ही काफी लाभदायक साबित होते हैं. जामुन का फल कसैला फल होता है जो हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है इसके साथ ही यह है हृदय संबंधित बीमारियों के लिए भी लाभदायक होता है जामुन के फल में कई ऐसे लवक और पोषक तत्व होते हैं और इसके साथ ही इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी भी होता है
गर्भवती महिलाओं के।लिए फायदेमंद जामुनडॉ. संजय कुमार शर्मा ने कहा कि जामुन के फल में आयरन और विटामिन होता है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है. खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को जामुन का सेवन करना चाहिए. इसी तरह पेट के आंतों को ठीक रखने और पाचन से संबंधित समस्याओं में जामुन का प्रयोग करने से काफी लाभ होता है. यह फल दांतो की समस्या के लिए भी राम बाण हैं
डायबिटीज के लिए गुठली भी है फायदेमंदजामुन में काफी मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो हृदय के लिए भी एक टॉनिक का काम करता है और हृदय को मजबूत बनाता है. जामुन फल के साथ-साथ इसके जो गुठली होते हैं उसको भी डायबिटीज के लिए उसके बीच गुठली का पाउडर बनाकर सेवन किया जाता है. यदि कोई व्यक्ति सुबह शाम इसका सेवन करे तो इसके लक्षण और डायबिटीज बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता हैं.
FIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 22:19 IST