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दो माह ही मिलती है भीषण गर्मी में उगने वाला यह फल, स्वाद में है बेहद रसीला, मारवाड़ का कहलाता है मेवा

Last Updated:April 26, 2025, 10:40 IST

Gundi Meva Fruit Health Benefits: बीकानेर में भीषण गर्मी पड़ने पर उगने वाली पीलू फल यानी गूंदी मेवा फल स्वाद में बेहद रसीला है. इस फल का सीजन एक से दो माह तक ही रहता है. बाजार में 220 रुपए किलो तक बिकती है. यह फ…और पढ़ेंX
जाल
जाल पेड़ से निकले पीलू फल

हाइलाइट्स

गूंदी मेवा फल भीषण गर्मी में उगता है और स्वाद में बेहद रसीला होता है.यह फल पेट के रोग, पथरी, बवासीर और तिल्ली विकार में लाभकारी है.गूंदी मेवा फल का सीजन एक से दो माह तक रहता है और 220 रुपए किलो बिकता है.

बीकानेर. राजस्थान में इन दिनों भीषण गर्मी का दौर जारी है. ऐसे में इस भीषण गर्मी में रेतीले धोरों में पेड़ों से फल निकलता है. जो साल में एक बार ही तेज गर्मी के कारण पेड़ों से निकलता है. जी हां, हम बात कर रहे है जाल पेड़ से निकले पीलू फल की. इसे यहां गूंदी मेवा भी कहा जाता है. इस फल की खासियत है कि अगर तेज गर्मी पड़ेगी तो यह फल निकलेगा. वहीं इस फल को लोग ठंडा करके यानि बर्फ, पानी में रखकर खाते है. गर्मी की तीव्रता बढ़ने के साथ ही यहां जाल नामक पेड़ पर पीलू लगने लग जाते हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ साथ अत्यधिक गर्मी से शरीर की रक्षा भी करता है.

मारवाड़ का मेवा कहलाता है यह फल

यहां पाए जाने वाले इस पेड़ को स्थानीय भाषा में जाल के नाम से जाना जाता है. इसी जाल के पेड़ पर छोटे- छोटे रसीले पीलू के फल लगते हैं. यह फल मई व जून में लगते हैं. इसकी विशेषता यह है कि रेगिस्तान में जितनी अधिक गर्मी और तेज़ लू चलेगी, पीलू उतने ही रसीले व मीठे होंगे. लू के प्रभाव को कम करने के लिए यह एक रामबाण औषधि मानी जाती है. इसे खाने से शरीर में न केवल पानी की कमी पूरी हो जाती है बल्कि लू भी नहीं लगती है. अत्यधिक मीठे और रस भरे इस फल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे अकेला खाते ही जीभ छिल जाती है, ऐसे में एक साथ आठ-दस दाने मुंह में डालने पड़ते हैं. रेगिस्तान के इस फल को मारवाड़ का मेवा भी कहा जाता है.

220 रूपए किलो बिकता है यह फल

दुकानदार असलम शेख ने बताया कि यह गूंदी मेवा फल है, जो बीकानेर में भी उगता है. यह इन दिनों जयपुर, जोधपुर से आता है. यह फल का सीजन एक से दो माह तक रहता है. यह फल बाजार में 220 रुपए किलो में बेचा जाता है. यह फल अंदर से गूंद की तरह चिपचिपा होता है और दिखने में एकदम पीला होता है. वहीं अंदर से रस रसीला होता है. आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि इस फल को खाने के कई बड़े फायदे होते हैं. पेट के रोग, पथरी, बवासीर और तिल्ली विकार में पीलू का उपयोग कर लाभ पाया जा सकता है. इसी तरह वात्त, पित्त और कफ दोष तथा सिर दर्द आदि में भी पीलू का प्रयोग लाभदायक होता है.

Location :

Bikaner,Rajasthan

First Published :

April 26, 2025, 10:40 IST

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स्वाद में लाजवाब है भीषण गर्मी में उगने वाला यह फल, सेहत के लिए भी है फायदेमंद

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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