This indigenous farming tool is a friend and weapon of farmers, the way of making it is very unique, know in which farming work it is used
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Agency: Rajasthan
Last Updated:February 23, 2025, 14:09 IST
Agriculture News: किसान जेली नामक औजार से खेती में मदद पाता है. यह औजार मिट्टी को ढीला करने, जमीन समतल करने और घास साफ करने में उपयोगी है. जेली लकड़ी या लोहे की बनी होती है और इसकी कीमत 900-2000 रुपए तक होती है…और पढ़ेंX
जैली तैयार करता कारीगर
किसान अपनी मेहनत और परिश्रम से उन्नत फसल उत्पादन करके जीवन जीता है. किसान खेती करते समय कई सहायक औजार भी काम में लेता है. कुछ औजार आधुनिक होते है तो कुछ परंपरागत खेतों के कचरा पेड़ की पत्तियां चारा घास आदि को साफ करने के लिए विशेष प्रकार का औजार जेली काम में लेता है. यह मजबूत लकड़ी से बनी होती है इसके 6 से 8 मजबूत दांतें हक होते हैं. एक हत्या होता है. यह मिट्टी को ढीला करने में जमीन को समतल करने के काम भी आती है. जेली किस की खास पहचान मानी जाती है.
खेजड़ी या मजबूत लकड़ी को विशेष प्रकार से गोल आकार दिया जाता है. सबसे पहले एक निश्चित माप का एक बड़ा हथा तैयार किया जाता है. इसके हत्थे को पूरी तरह से साफ चिकना बनाया जाता है, इसके बाद हुक यानी लड़कियों को गोलाकार देकर नाली नुमा बनाना यह पतली लड़कियों से बनता है जो नालियों जैसा होता है. जो 6 से 8 नालिया होती है. सभी नालियों को एक हक से जोड़कर हथा को भी उसे जोड़ दिया जाता है. दोनों एक दूसरे से मजबूत जुड़ जाने के बाद फिर उसे किसी खास प्रकार के चमड़े या कपड़े से अच्छी तरह से सील दिया जाता है और इस प्रकार एक किसानों का खास औजार जेली तैयार हो जाता है.
जेली के उपयोगजेली किसानों के लिए खेती का सबसे खास सहायक औजार माना जाता है. सही मायने में जेली किसान की पहचान होती है. मुख्य रूप से जेली मिट्टी को ढीला करने जमीन को समतल करने निराई गुड़ाई के काम आती है. इसके साथ ही घास फूस को साफ करने में एक स्थान से दूसरे स्थान को घास ले जाने व ट्रॉली उंट गाड़ी व अन्य पात्र को चारे से भरने के काम भी आती है.
कितनी कीमत होता है यह औजार साधारण जेली लकड़ी की बनती है. लेकिन अब यह लोहे की भी बनने लगी है. लकड़ी से बनी एक जेली 900 रुपए से 1500 रुपए के बीच होती है. यह लकड़ी खास प्रकार की होती है, वही लोहे से बनी जेली 2000 रुपए तक बिकती है. मुख्य रूप से जेली राजस्थान के नागौर जिले के क्षेत्र बुटाटी जायल परबतसर सुजानगढ़ में कारखाने स्थित है.
किसानों के लिए जली के फायदे जेली किसानों का मित्र औजार कहां जाता है. यह किसानों की खास पहचान है सही मायने में जेली किसान को बड़ी सहायता पहुंचती है किसान खेत में जाते समय उनके हाथ में जाली हमेशा नजर आती है. यह बहुत ही आसानी से घास फूस को साफ करने वह मिट्टी की निवाई-बुवाई करने के काम आती है. आधुनिक दौर में भी जेली किसानों की अपनी पहचान बनी हुई है.
Location :
Nagaur,Rajasthan
First Published :
February 23, 2025, 14:09 IST
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किसानों का मित्र है ये औजार, मिनटों में निपटा देता है खेतों से खरपतवार