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पैरासिटामोल से भी तेज असर कर सकती है ये देसी जड़ी-बूटी, चिकनगुनिया में भी प्रभावी, खेतों के किनारे मिल जाती

Last Updated:October 11, 2025, 00:31 IST

Nari Damdami Benefits for Fever: आयुर्वेद में एक ऐसा पौधा है जिसके बारे में दावा किया जाता है कि इस पौधे की पत्तियों से बुखार पैरासिटामोल से पहले उतर जाता है. इस प्लांट की तासीर गर्म होती है जो चिकनगुनिया के लक्षण को भी कम कर सकती है.
पैरासिटामोल से भी तेज असर कर सकती है ये देसी जड़ी-बूटी, चिकनगुनिया में भीनारी दमदमी औषधि.

बुखार के लिए पैरासिटामोल सबसे माकूल दवा है. इसे खाते ही कुछ ही देर में बुखार उतर जाता है लेकिन इसका रेगुलर सेवन करने से कई साइड इफेक्ट्स भी है. आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी बूटियां हैं जो पैरासिटामोल से तेज काम कर सकता है. ऐसी ही एक अद्भुत औषधि है नारी दमदमी. इसे बुखार, खासकर चिकनगुनिया जैसे तेज बुखार में बेहद प्रभावी माना गया है. जिन लोगों ने इसका इस्तेमाल किया है, वे बताते हैं कि यह पैरासिटामोल जैसी दवा से भी तेज असर करती है और शरीर को जल्दी राहत देती है.

शरीर में गर्मी बढ़ाती है
नारी दमदमी एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो गांवों और खेतों के किनारों पर आसानी से मिल जाती है. नारी दमदमी बुखार के साथ आने वाले दर्द, कमजोरी, जोड़ों में सूजन और थकान को भी कम करती है. खासकर चिकनगुनिया जैसे बुखार में, जब जोड़ों में दर्द असहनीय हो जाता है, तब यह जड़ी-बूटी बहुत राहत देती है.आयुर्वेद के अनुसार नारी दमदमी शरीर में उष्णता (गर्मी) बढ़ाती है, इसलिए घी शरीर के अंदर उस गर्मी को संतुलित करता है और औषधि के असर को सही दिशा में काम करने में मदद करता है. साथ ही घी शरीर की शक्ति और स्निग्धता (लुब्रिकेशन) बनाए रखता है, जिससे बुखार के बाद कमजोरी नहीं होती.

कैसे इस्तेमाल करेंइसका उपयोग करने का पारंपरिक तरीका बहुत सरल है. इसके लिए 5 ग्राम ताजी जड़ सहित पूरा पौधा लें और उसे थोड़ा कूट लें. अब इसमें 3 काली मिर्च मिलाकर चार कप पानी में डालें और धीमी आंच पर उबालें. जब पानी उबलकर एक कप रह जाए, तब उसे छान लें. यह काढ़ा सुबह खाली पेट पीने से बुखार तेजी से उतरता है और शरीर को ताकत भी मिलती है.

सात दिनों से ज्यादा इस्तेमाल नहीं इस औषधि का सेवन लगातार सात दिन से अधिक नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका प्रभाव बहुत तेज होता है. सात दिन की खुराक आमतौर पर शरीर को पूरी तरह ठीक करने के लिए पर्याप्त मानी जाती है. इस औषधि को लेते समय एक बात का खास ध्यान रखने की जरूरत है. इस औषधि को लेने के साथ घी का सेवन अधिक करें.

शरीर के अंदर के टॉक्सिन को निकालता हैनारी दमदमी सिर्फ बुखार में ही नहीं, बल्कि शरीर के अंदर जमा विषाक्त पदार्थों यानी टॉक्सिन को भी बाहर निकालती है. यह शरीर को डिटॉक्स करती है, पाचन सुधारती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है. यही कारण है कि इसे अचूक आयुर्वेदिक औषधि कहा गया है. हालांकि यह पूरी तरह प्राकृतिक दवा है, फिर भी इसका सेवन बिना किसी आयुर्वेद विशेषज्ञ या वैद्य की सलाह के नहीं करना चाहिए. इनपुट-आईएएनएस

Lakshmi Narayan

Excelled with colors in media industry, enriched more than 19 years of professional experience. Lakshmi Narayan is currently leading the Lifestyle, Health, and Religion section at . His role blends in-dep…और पढ़ें

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October 11, 2025, 00:28 IST

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