This institute of Sikar unique iniciative cremates unclaimed bodies

Last Updated:April 10, 2025, 19:37 IST
सीकर के मानव सेवा संस्थान अस्पताल में पिछले 14 साल से मरीजों की सेवा कर रहा है. यह संस्थान दवा, भोजन और आर्थिक सहयोग प्रदान करता है. लावारिस अस्थियों का हरिद्वार में विसर्जन भी करता है.
आस्तियों को हरिद्वार में विधि विधान के साथ किया जाता है विसर्जित
हाइलाइट्स
मानव सेवा संस्थान 14 साल से मरीजों की सेवा कर रहा है.संस्थान लावारिस अस्थियों का हरिद्वार में विसर्जन करता है.मरीजों को दवा, भोजन और आर्थिक सहयोग प्रदान करता है.
सीकर:- राजस्थान के सीकर जिले में मानव सेवा संस्थान अस्पताल में मरीजों की देख-रेख और सेवा करने का काम कर रहा है. इस संस्थान के सदस्य पिछले 14 साल से मरीजों की सेवा कर रहे हैं. प्रमुख रूप से सेवा संस्थान अस्पताल में भर्ती मरीजों को सुविधाएं मुहैया करवा रहा है. इसमें मरीजों को दवा से लेकर भोजन तक उपलब्ध कराने का कार्य शामिल है. जरूरतमंद रोगियों को आने जाने के लिए आर्थिक सहयोग भी करते हैं. पिछले एक दशक में अस्पताल में भर्ती अनगिनत रोगियों की मदद की है.
साथ ही संगठन द्वारा लावारिस लोगों की अस्थियों को हरिद्वार ले जाकर विसर्जन करने का काम भी किया जाता है. कोरोना काल के दौरान भी इस संस्थान ने मदद की थी. ये संस्थान हर तबके के जरूरतमंदों की मदद से लिए अभियान चलाते रहते हैं. संगठन ने बेहतर कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व वीरांगनाओं का घर-घर जाकर सम्मान किया था.
2009 से सेवा में जुटा है संगठनमानव सेवा संस्थान की स्थापना 2009 में की गई. हालांकि सेवा कार्य 26 साल पहले से शुरू कर दिया था, जो अनवरत जारी है. संस्थान की स्थापना के पीछे की कहानी भी रोचक है. मानव सेवा संस्थान अध्यक्ष भंवरलाल जांगिड़ ने Local 18 को बताया कि 26 साल पहले कल्याण अस्पताल में भर्ती रोगी को खिचड़ी देने गए थे. उस दौरान वहां एक बेड पर दुर्घटना में घायल बेहोश युवक को देखा. उसके कान से खून बह रहा था, तब 335 रुपए खर्च कर उस युवक का इलाज कराया. वह परिवार में इकलौता था. इसके बाद साथियों के साथ मिलकर एक संगठन तैयार किया.
लावारिस लोगों की अस्थियों का हरिद्वार में विसर्जन मानव सेवा संस्थान अध्यक्ष भंवरलाल जांगिड़ ने लोकल 18 को बताया कि वे और उनकी टीम संपूर्ण विधि विधान के अनुसार लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करती है. अंतिम संस्कार के बाद परिवार के सदस्य की तरह लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार के बाद उनकी आस्थियों को हरिद्वार में विधि विधान के साथ विसर्जन किया जाता है.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
April 10, 2025, 19:37 IST
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