ये है पुष्कर का फेमस स्ट्रीट फूड, घाटों पर टहलते हुए ले सकते हैं मजा, स्वाद ऐसा कि विदेशी पर्यटक भी हैं मुरीद

अजमेर. अगर आप इस सर्दी में पुष्कर घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो ब्रह्मा मंदिर, पवित्र सरोवर और ऊंट मेले की तैयारियों के बीच एक चीज़ ज़रूर ट्राई करें. वह है गरमा-गरम, कुरकुरा और रसीला इजरायली फलाफेल. पुष्कर आज सिर्फ़ तीर्थस्थल या हिप्पी कल्चर के लिए ही मशहूर नहीं है बल्कि यहां की संकरी गलियों में मिलने वाला फलाफेल देश-विदेश के पर्यटकों का दिल जीत चुका है. विदेशी हों या देसी ट्रैवलर्स, पुष्कर आकर फलाफेल खाए बिना कोई वापस नहीं लौटता.
फलाफेल मूल रूप से मध्य-पूर्व और इजरायल का पारंपरिक स्ट्रीट फूड है. इसे सफ़ेद चने या फावा बीन्स को रातभर भिगोकर, हरी धनिया, लहसुन, जीरा, धनिया पाउडर और ताज़ी जड़ी-बूटियों के साथ पीसकर बनाया जाता है. फिर छोटे-छोटे गोल बॉल्स बनाकर गर्म तेल में डीप फ्राई किया जाता है. बाहर से क्रिस्पी और अंदर से नरम-स्पंजी ये बॉल्स फिर गरमा-गरम पिटा ब्रेड में डाले जाते हैं. ऊपर से ताहिनी सॉस (तिल की चटनी), हम्मस, खीरे-टमाटर-प्याज़-गोभी का सलाद, अचार वाली मिर्च और नींबू का रस डाला जाता है. इसके हर बाइट में आपको गजब का स्वाद मिलेगा.
150 से 200 के बीच रहती है कीमत
पुष्कर की खासियत यह है कि यहां के ज्यादातर फलाफेल स्टॉल लंबे समय से इजरायल में रहकर आए भारतीय या स्थानीय युवकों द्वारा चलाए जाते हैं, जो असली तेल-अवीव स्टाइल में इसे तैयार करते हैं. सदर बाज़ार, मुख्य बाज़ार और ब्रह्मा मंदिर के पास की गलियों में दर्जनों छोटे-बड़े कैफ़े और ठेले हैं, जहां सुबह 10 बजे से रात 11 बजे तक फलाफेल की खुशबू फैली रहती है. कीमत की बात करें तो यह बेहद जेब के अनुकूल है. एक नॉर्मल फलाफेल रैप या प्लेट 150-170 रुपये में मिल जाता है, जबकि स्पेशल फुल-लोडेड वाला 180-200 रुपये तक आता है. दुकानदार पंकज बताते हैं कि 200 वाला फलाफेल इतना बड़ा और भरपूर होता है कि दो लोग आराम से शेयर कर सकते हैं.
पुष्कर का सिग्नेचर डिश बन गया है फलाफेल
पंकज ने बताया कि हम इसमें एक्स्ट्रा हम्मस, फ्रेंच फ्राइज़, बीटरूट सलाद और स्पेशल हॉट सॉस डालते हैं. सर्दी में गरमा-गरम फलाफेल के साथ अदरक वाली चाय या कॉफ़ी इससे बेहतर कॉम्बिनेशन कुछ नहीं है. सर्दियों में ठंडी हवा के बीच जब आप पुष्कर के घाटों पर टहलते हैं, तो एक फलाफेल हाथ में लेकर खाना अलग ही मज़ा देता है. विदेशी पर्यटक तो इसे “पुष्कर का सिग्नेचर डिश” कहते हैं. कई कैफ़े अब शाकाहारी शवार्मा, साबिच और शक्षुका भी सर्व कर रहे हैं, लेकिन फलाफेल आज भी नंबर-वन बना हुआ है.तो इस सर्दी में पुष्कर आएं, ब्रह्मा जी के दर्शन करें और इजरायल के इस लाजवाब स्ट्रीट फूड का मज़ा लें. फलाफेल खाए बिना पुष्कर की यात्रा अधूरी ही मानी जाएगी.



