दिल की आवाज को सुन लेती यह मशीन, लाखों लोगों को हार्ट अटैक से बचाने में क्रांतिकारी, स्टडी में सामने आई बात
Wearable Heart Sound Devices: बाजार में कई ऐसी इलेक्ट्रॉनिक घड़ियां हैं जिसे आप पहनकर बीपी और हार्ट रेट को उसी समय जान सकते हैं लेकिन अब वैज्ञानिकों ने हार्ट साउंड डिवाइस तैयार किया जो हार्ट की आवाज को सुनकर उसे डिकोड करेगा. हार्ट की आवाज को सही से सुनकर कई चीजों के बारे में पता लगाया जा सकता है. एक स्टडी के मुताबिक यह वियरेबल हार्ट साउंड डिवाइस दिल की धड़कनों को लगातार मॉनिटर करता है. यह डिवाइस हार्ट संबंधी समस्याओं का आसानी से पता लगेगा. इसका मतलब यह हुआ कि हार्ट अटैक के जोखिमों का भी पहले से पता लगाया जा सकता है.
पूरी दुनिया हार्ट की बीमारी से परेशान वर्तमान में पूरी दुनिया में हार्ट से जुड़ी बीमारियों की भरमार है. 20-25 साल के युवा हार्ट अटैक के शिकार हो रहे हैं.ऐसे कई डिवाइसेज पहले से भी बाजार में उपलब्ध है. स्टडी में पाया गया कि ये डिवाइसेज हार्ट हेल्थ में क्रांतिकारी सुधार ला सकता है. यह डिवाइस बीमारी का जल्दी पता लगाने और उनके इलाज को आसान बनाते है. हांगकांग के सिटी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि ये अत्याधुनिक प्रगति हार्ट हेल्थ के बारे में वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करके रोगी की देखभाल और परिणामों को बेहतर बनाने में मदद करती है. हांगकांग के सिटी यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बी लुआन खो ने कहा कि वियरेबल हार्ट साउंड डिवाइस पर हमारा काम हृदय रोगों की शीघ्र पहचान और निगरानी में एक महत्वपूर्ण कदम है.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलावखो ने कहा कि इन उपकरणों में अधिक सटीकता और वास्तविक समय में हार्ट की धड़कनों के डेटा को प्रदान करने की क्षमता है. यह डिवाइस स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है. स्टेथोस्कोप जैसे डिवाइस हार्ट संबंधी समस्याओं के निदान के लिए लंबे समय से मूल्यवान रहे हैं लेकिन जब निरंतर निगरानी की बात आती है तो वे कम पड़ जाते हैं.शोधकर्ताओं ने कहा कि पहनने योग्य तकनीक एक परिवर्तनकारी समाधान के रूप में उभरी है, जो हार्ट की ध्वनियों की निरंतर और वास्तविक समय पर ट्रैकिंग को सक्षम बनाती है. हालांकि इन डिवाइसों से वर्तमान में लोग जब काम कर रहे होते हैं या आराम कर रहे होते हैं तो अलग-अलग डेटा आते है. यह एक चुनौती है. लेकिन उम्मीद है कि आगे आने वाले डिवाइसेज इन चुनौतियों का आसानी से सामना कर सके. शोध पारंपरिक स्टेथोस्कोप से अत्याधुनिक पहनने योग्य सेंसर तक की परिवर्तनकारी यात्रा पर प्रकाश डालता है जो निरंतर हृदय गतिविधि निगरानी को सक्षम बनाता है. इसमें नरम, लचीले डिजाइन वाले मैकेनोएकॉस्टिक सेंसर का विकास शामिल है जो उच्च संवेदनशीलता और विशिष्टता बनाए रखते हुए उपयोगकर्ता के आराम को प्राथमिकता देते हैं.
उन्नत डिजाइन की जरूरत शोध ने इन चुनौतियों का समाधान करने में उन्नत सामग्रियों और अनुकूलित डिजाइन सिद्धांतों के महत्व पर जोर दिया. शोर कम करने की तकनीक को हृदय की ध्वनि के सटीक विश्लेषण के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है, जो हृदय की ध्वनियों की कम आवृत्ति, प्रकृति और पर्यावरणीय हस्तक्षेप के प्रति उनकी संवेदनशीलता से निपटती है. विशेष रूप से अध्ययन में इन सेंसरों के चिकित्सा अनुप्रयोगों पर गहनता से विचार किया गया है तथा एक ऐसे भविष्य की कल्पना की गई है, जहां व्यक्तिगत स्वास्थ्य देखभाल और दूरस्थ निगरानी को हृदय रोगों के इलाज में एकीकृत किया जा सके. इन नतीजों से मरीजों के रियल टाइम डाटा के जरिए उनकी वास्तविक मौजूदा स्थिति के बारे में पता लगाया जा सकता है जिससे दिल की बीमारियों के इलाज में काफी मदद मिलेगी. (इनपुट-आईएएनएस)
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FIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 22:10 IST