पशुओं से इंसानों के कान में घुस रहा है यह परजीवी, सर्दियों में बढ़ गया खतरा, ऐसे करें बचाव, जानें डॉक्टर की सलाह
श्रीनगर गढ़वाल. सर्दियां शुरू होते ही संयुक्त उपजिला चिकित्सालय श्रीनगर में कान के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. यहां प्रतिदिन 50 से अधिक कान दर्द से पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं. इन मरीजों में सबसे ज्यादा संख्या बच्चों की है. हैरत की बात यह है कि मरीज एक सप्ताह से अधिक समय से कान दर्द और सिरदर्द की शिकायत को लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं. मरीजों के कान की जांच करने के बात पता चला कि उनके कान में एक परजीवी पिस्सू घर बना रहा है. ऐसा एक मरीज नहीं बल्कि प्रतिदिन लगभग 10 मरीजों के कान में पिस्सू पाया जा रहा है.
संयुक्त उपजिला चिकित्सालय श्रीनगर के ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. दिगपाल दत्त ने लोकल 18 को बताया कि प्रतिदिन ओपीडी में 50 मरीज आ रहे हैं, जिनमें से लगभग 10 मरीजों के कान में परजीवी पिस्सू पाया जा रहा है, जिसके कारण मरीजों के कान और सिर में दर्द हो रहा है.
मरीजों में सबसे ज्यादा बच्चे शामिल
उन्होंने बताया कि पिस्सू जानवरों में पाया जाता है. सर्दियां शुरू होते ही ये गर्म जगह ढूढने लगता है, जिससे जानवरों के करीब आने पर यह कान में घुस जाता है, वहीं अपना घर बना लेता है. इस कारण कान में संक्रमण और सिर दर्द होने लगता है. कान में पिस्सू पाये जाने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा छोटे बच्चे हैं.
डॉक्टर से लें परामर्श
डॉ. दिगपाल ने कहा कि अगर कान में दर्द और मवाद बन रहा है, तो एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाये, क्योंकि सर्दियों के दौरान पिस्सू का कान में घुसना एक सामान्य समस्या बन गई है. बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार की दवाई या ड्रॉप का प्रयोग कान में न करें. वहीं, सर्दी-जुकाम होने पर भी कई बार कान में दर्द होने लगता है.
ऐसे करें पिस्सू से बचाव
पहाड़ो में अधिकतर लोग पशुपालन करते हैं और पशुओं में पिस्सू का मिलना आम बात है. खास तौर पर सर्दियों में पिस्सू गर्म जगह ढूंढने लगता है. इसलिये वह जानवरों से इंसान के कान में घुस जाता है. इससे बचाव के लिये जब भी जानवरों के पास जाये, तो कान में रुई का प्रयोग जरूर करें. कान में किसी भी प्रकार का दर्द होता है, तो तत्काल डॉक्टर से अपने कान की जांच करवाएं.
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FIRST PUBLISHED : December 1, 2024, 10:45 IST